कोरोना के कहर के बाद अब दुनिया पर एक और खतरे की आहत सामने आ रही है। जहां धरती पर धूमकेतू के गिरने की संभावना जताई जा रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार धरती की तरफ ये धूमकेतू काफी तेजी से बढ़ रही है। और अगर ये धरती से टकराता है तो भारी तबाही का मंजर नजर आएगा। ये एक ऐसा खतरा है, जिसको लेकर पहले से कोई बचाव उपाय नहीं किया जा सकता। न ही इसके लिए इतना समय बचा है।
4000 साल बाद धरती की ओर बढ़ा रहा धूमकेतु
बता दें कि सूरज के चारों तरफ कई धूमकेतु चक्कर लगाते हैं। जो अपने पीछे काफी कचरा छोड़ते हुए बढ़ते हैं, और जो पृथ्वी के वायुमंडल में आते हैं तो उल्कापिंडों की बारिश होती है। यानी आसमानी आतिशबाजी दिखाई देती है। हाल ही में SETI इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे दुर्लभ धूमकेतु की खोज की है जो 4000 साल बाद धरती की ओर बढ़ा आ रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार इससे पहले ये 2000 ईसापूर्व में धरती के पास से गुजरा था।
‘बड़े धूमकेतु धरती की ओर आ सकते हैं’
वैज्ञानिक कहते हैं कि धूमकेतु अक्सर छोटे होते हैं, अगर थोड़े बड़े भी तो वे अपनी गति की वजह से टूटते रहते हैं। जिस वजह से उनके पीछे चमकती हुई पूंछ दिखाई देती है। लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि बड़े धूमकेतु धरती की ओर आ सकते हैं। क्योंकि इनकी ऑर्बिट ऐसी होती है कि ये जल्दी दिखते नहीं हैं।
लंबे समय तक आसमानी आतिशबाजी होती है
रिपोर्ट के मुताबिक जिन धूमकेतु उल्कापिंडों की बारिश छितराई हुई है, उनके पत्थर काफी छोटे होते हैं, यानी ये बड़े इलाके में देखे जा सकते हैं। जबकि बड़े पत्थर वाली बारिश सीमित जगह पर दिखती है। ये लंबे समय बाद आते हैं और लंबे समय तक आसमानी आतिशबाजी करते हैं।