नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान सुखोई Su-30 गुरुवार की रात दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान असम के तेजपुर इलाके में हादसे का शिकार हुआ। सुखोई रूटीन इस दौरान ट्रेनिंग मिशन पर था। हालांकि, इस हादसे में दोनों पायलट सुरक्षित हैं। दुर्घटना होने से पहले पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए थे। फिलहाल हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है। इस हादसे को लेकर कोर्ट ऑफ इंक्वारी के आदेश दे दिए गए हैं।
बता दें कि सुखोई Su-30 लड़ाकू विमान रूस में तैयार किया गया है। यह विमान दो इंजन वाला सैन्य विमान है। इस लड़ाकू विमान को हर मौसम में सफलतापूर्वक सैन्य मिशन पर काम आता है। Su-30 विमानों में से पहला भारतीय वायु सेना में 1990 से शामिल किया गया था।
इस विमान की रफ्तार 2000 KMH की होती है। यह विमान अब भी कई मिसाइलों के साथ अपने दुश्मनों पर प्रहार कर सकता है। लेकिन स्पाई 2000 के साथ ट्रायल होने के बाद ये विमान और अधिक खतरनाक हो जाता है। नए आंकड़े के अनुसार, भारत के पास फिलहाल 200 से अधिक सुखोई हैं। वहीं, जबकि, 2020 तक ये आंकड़ा 250 के पार जा सकता है।