लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों से वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, बेड की क्षमता के विस्तार को लेकर सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
सीएम योगी ने बताया कि अकेले राजधानी लखनऊ में kgmu और बलरामपुर हॉस्पिटल के साथ-साथ एरा, इंटीग्रल, प्रसाद, हिन्द, मेयो और सक्सेना सहित अनेक निजी मेडिकल कॉलेजों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित किया है।
सभी हास्पिटलों में वेंटिलेटर और आक्सीजन की है व्यवस्था
उन्होंने कहा कि, सभी हास्पिटलों में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की पूरी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसी प्रकार की व्यवस्था जिलों में भी लागू की गई है। लखनऊ में हर बड़े हॉस्पिटल के लिए पृथक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। बिना भेदभाव के सभी को बेड्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
अधिक शुल्क लेने वालों पर कानून के तहत होगी कार्रवाई
सीएम योगी ने कहा कि टेस्ट हो या ट्रीटमेंट राज्य सरकार ने सभी के लिए शुल्क की दरें तय कर दी हैं। इससे अधिक शुल्क लेने पर महामारी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई होनी तय है। इसे प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। 36 जिलों में एक भी वेंटिलेटर नहीं था। आज हर जिले में वेंटिलेटर है। प्रशिक्षित मानव संसाधन है। ऑक्सीजन प्लांट हैं। हम पहले राज्य हैं, जिसने चार करोड़ टेस्ट किया है। यह हमारी सतर्कता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
फ्री वैक्सीनेशन फॉर ऑल का निर्णय लिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘फ्री वैक्सीनेशन फ़ॉर ऑल’ का निर्णय लेने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश है। करीब 8000 केंद्र बनाए गए हैं, एक दिन में करीब साढ़े छह लाख लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। सीएम ने कहा कि सभी केंद्रों पर प्रतीक्षालय बनाए गए हैं। आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निःशुल्क टीका लगाया जाना है, वित्त मंत्री की अध्यक्षता में गठित एक विशेष कमेटी ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।
कुछ लोग भय का माहौल बनाने में लगे
सीएम योगी ने कहा कि, कुछ लोग भय और दहशत का माहौल बनाने में लगे हैं। सोशल मीडिया पर एक जैसे संदेश अलग-अलग एकाउंट से प्रसारित किया जा रहा है। इन लोगों को चिन्हित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर का हमारा अभिनव प्रयोग आज देश के विभिन्न राज्य अपना रहे हैं। सभी जिलों में प्रशिक्षित मानव संसाधन हैं।
मुख्यमंत्री ने कहाकि, कोविड की पिछली लहर के समय मीडिया की ओर से सकारात्मक सहयोग मिला। उस समय मीडिया ने लोगों को जागरूक और शिक्षित करने की दिशा में बेहतर कार्य किया। स्वस्थ हो रहे लोगों के साक्षत्कार प्रसारित किए गए, इससे समाज में सकारात्मक संदेश गया। मीडिया से इसी भूमिका के निर्वहन की अपेक्षा है।