चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और मंत्रियों द्वारा आयकर खुद भरने के फैसला का स्वागत किया है, लेकिन साथ में ही उन्होंने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को सलाह दी है कि अगर वे सचमुच खजाने की हालत सुधारना चाहते हैं तो सलाहकारों और ओएसडी की फौज को हटाएं। खैहरा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पहले ही खुद आयकर भरने की हामी भर दी थी और सीएम के साथ तैनात सलाहाकार और ओएसडी के सरकारी खजाने पर प्रति महीना लाखों रुपये का बोझ पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जब प्रधान सचिव, सचिव और वित्त सचिव रैंक के अधिकारी सरकार में शामिल हैं तो ऐसे चहेतों को सलाहकारों की क्या जरूरत है। आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि सुरेश कुमार एक ईमानदार और योग्य शख्सियत हैं, लेकिन सेवानिवृत्त अधिकारी को सरकार के सबसे बड़े ओहदे पर बैठाना अक्लमंदी नहीं हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिरकार सरकार ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को वकील करके एक पेशी पर 25 लाख रुपये क्यों खर्च कर दिए?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हैलीकाप्टर पर भी लाखों ख़र्च किए जा रहे हैं जबकि तीन-चार घंटों में पूरे पंजाब का सफर किया जा सकता है। खैहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब पब्लिक सर्विस कमिशन के मैंबर नियुक्त करने के लिए रखी गई मीटिंग स्थगित कर दी गई। खैहरा ने कहा कि वे अपने हलके सभी व्यस्त कार्यक्रम छोड़ चंडीगढ़ पहुंचे थे, लेकिन उन्हें सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री की सेहत खऱाब होने के कारण मीटिंग नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मीटिंग टालने के लिए अकसर यही कहा जाता है।