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सीएम रावत ने वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बैठक का किया शुभारंभ

Trivendra SIngh Rawat सीएम रावत ने वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बैठक का किया शुभारंभ

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि वनवासी समाज वह समाज है जो वास्तव में प्रकृति को संरक्षित कर रहे हैं और वनवासी कल्याण आश्रम इस समाज को विकसित कर भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने का काम कर रहा है। ये लोग आधुनिक सुख सुविधाओं के मोह से अलग प्राकृतिक संसाधनों पर अपना जीवन व्यतीत करने में प्रसन्न हैं। वनवासी कल्याण आश्रम आदिवासी समाज के प्रति अन्य लोगों में संवेदनशीलता का भाव जगाने का कार्य कर रहा है, जोकि प्रशंसनीय है। यह बात मुख्यमंत्री ने पंतजलि योगपीठ के योग भवन में वनवासी कल्याण आश्रम की ओर से आयोजित तीन दिवसीय बैठक का शुभारंभ करते हुए कही। 

बता दें कि इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्वोत्तर के प्रहरी वसंतराव भट की पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने वनवासी समाज के लिए किये गये इंतजामों के लिए आचार्य बालकृष्ण का धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य बालकृष्ण के प्रयासों से पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक आदिवासी समाज मुख्यधारा में शामिल हो रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, धर्म संस्कृति से जुड़ककर पूरा भारत एक हो रहा है। आदिवासी कल्याण आश्रमों के माध्यमों से देश की कमजोर कड़ी को मजबूत बनाने का कार्य किया है। 

साथ ही आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि और वनवासी कल्याण आश्रम के बीच केवल संस्था के नाम का अंतर प्रतीत होता है जबकि कार्य दोनों का ही भारतीय धर्म और संस्कृति का संरक्षण है। उन्होंने वनवासी कल्याण आश्रम के कार्य की सराहना की और सदैव इस कार्य में सहयोग करने की बात कही। वनवासी कल्याण आश्रम के संगठन मंत्री अतुल जोग ने कहा कि आश्रम समाज के उत्थान के लिए विभिन्न कार्य कर रहा है। 

इतना ही नहीं प्रांत के लगभग 900 कार्यकर्ता प्रत्येक वर्ष कार्य करते हैं। तीन दिवसीय बैठक में कार्यक्रम में उपलब्धियां आने वाले समय में चुनौतियां क्या हो सकती है इस पर वनवासी कल्याण कार्यकर्ता चिंतन और मंथन करेंगे। चाटर्ड एकाउंटटेंट मोहन लाल भंडारी ने कहा कि वनवासी समाज की अशिक्षा एवं भोलेपन का लाभ उठाकर विरोधी लोगों ने उन्हें उनकी अपनी मूल परंपराओं से काटने की जो कोशिश की ऐसे में कल्याण आश्रम में कार्यकर्ताओं ने अपने मूल से जोड़े रखने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं।

वहीं इस अवसर पर विधायक आदेश चौहान,  मोहनलाल भंडारी, उपाध्यक्ष कल्याण आश्रम कृपा प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष कल्याण आश्रम नीलिमा ताई पट्टे, महामंत्री कल्याण आश्रम योगेश जी बापट, प्रांताध्यक्ष सेवा प्रकल्प संस्थान सुरेश जी पांडे, राज्य मंत्री श्री विनोद आर्य, डालचंद समेत प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी शामिल थे।  

कोर्ट के निर्णय पर ही श्रीराम मंदिर निर्भर मुख्यमंत्री ने राम मंदिर मामले में कहा कि राम भारत की आत्मा है। और जन्म स्थान को लेकर विवाद हो रहा है। वह उचित नहीं है। बहुत अच्छा होता जो सभी वर्ग मंदिर निर्माण के लिए सहमत होते। अब मामला कोर्ट में लंबित है तो कोर्ट जो भी निर्णय लेगा उसको सारे देश को स्वीकार करना होगा। सभी को न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए।

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