featured उत्तराखंड राज्य

देवभूमि अपने ननिहाल पहुंचे सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, ममेरे भाई नरेन्द्र परमार से की मुलाकात

army chief bipin rawat देवभूमि अपने ननिहाल पहुंचे सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, ममेरे भाई नरेन्द्र परमार से की मुलाकात

नई दिल्ली। सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत पत्नी संग अपनी ननिहाल थाती गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने ढोल दमाऊ के साथ जनरल विपिन रावत का भव्य स्वागत किया। इस मौके पर  जनरल रावत ने अपने ममेरे भाई भाई नरेंद्र पाल परमार और उनके परिवार से मुलाकात की। उन्होंने अपने बचपन की याद साझा की। केदार,बद्री तथा मां गंगा के दर्शनों के बाद थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत डुंडा ब्लॉक के धनारी पट्टी स्थित अपने ननिहाल  थाती गांव पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने फूल मालाओं एवं ढोल दमाऊ के साथ भारत माता की जय घोष के साथ उनका भव्य स्वागत किया। 

बता दें कि इस मौके पर जनरल बिपिन रावत ने अपने ममेरे भाई नरेन्द्र परमार व उनके परिवार जनो से मुलाकात की और उनको उपहार भेंट किया। वहीं  अपने नाना के पुराने पैतृक पंचपुरा घर भी गए। इस मौके पर उनके ममरे भाई ने उनको उनके नाना नानी, मां व उनकी एक पुरानी फोटो भेंट की। जिसको देखकर वह काफी खुश हुए। इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जनरल रावत ने कहा कि आज एक दशक के बाद अपने ननीहाल आया हूं। कहा कि गांव में आने की  इच्छा तो बहुत है। लेकिन व्यस्थता के कारण समय नही मिल पता है। 

वहीं सेवा निवृत होने के बाद कोशिश होगी की वह पुन: अपने तथा ननिहाल के गांव आ सकूं। कहा कि पहाड़ो से पलायन सबसे बड़ी चिंता है। जिसके लिए वह समय-समय पर केन्द्र व राज्य सरकार से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि  पहाड़ो में जब मेडिकल कालेज, इंजीनियरिंग कालेज खुलेंगे तो यहां के युवा पलायान नही करेंगे। कहा कि उनकी कोशिश रहती है कि पहाड़ो से हो रहे पलायन को रोका जाय। करीब एक घंटे तक ननिहाल में रूके जनरल रावत ने भ्रमण के दौरान भवन स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना भी की।  इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान गिरवीर परमार, ब्लॉक प्रमुख कनकपाल परमार, जितेन्द्र परमार,सत्येन्द्र परमार,पूर्णसिं, जगपाल, लाटेन्द्र, संगीता परमार, पदमेन्द्र परमार,शैलेन्द्र परमार आदि मौजूद थे।

उत्तरकाशी। भारत के सेनाध्यक्ष जब शुक्रवार को अपने ननिहाल थाती गांव पहुंचे तो यहां का हर ग्रामीण उनको देखने के लिए उत्साहित था। सेनाध्यक्ष को अपने बीच में पाकर हर एक ग्रामीण अपने आप को गौरवानित महसूस कर रहा था। ग्रामीणों ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे गांव की बेटी का पुत्र का आज सेना के सवोच्च पद पर आसीन होकर देश की सुरक्षा कर रहा है। जो हमारे लिए फर्क की बात है। इस मौके पर पूर्व प्रमुख कनकपाल परमार व प्रधान थाती गिरवीर परमार ने उनको शॉल व तलवार भेंट की।

उत्तरकाशी।  थाति गांव के भ्रमण करने पहुंचे जनरल बिपिन रावत को ग्रामीणों ने सेना भर्ती खोलने की मांग की। कहा कि वर्षो से उत्तरकाशी में सेना की भर्ती नही हुई है। जिससे यहां के युवा पीढ़ी बेरोजगारी के कगार पर है। उन्होंने जनरल बिपिन रावत से शीघ्र ही सेना भती खुलवाने की मांग की। ताकि यहां की युवा पीढी को रोजगार मिल सके। 

उत्तरकाशी। थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का ननीहाल थाती गांव निवासी ठाकुर सूरत सिंह परमार के घर से हैं। ठाकुर सूरत सिंह रावत तीन भाई थे। जिसमें दूसरे नम्बर के ठाकुर किशन सिंह परमार तथा तीसरे हुकुम सिंह परमार थे। ठाकुर किशन सिंह 60 के दशक में उत्तरकाशी क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। ठाकुर सूरत सिंह परमार के पांच पुत्र थे। जिसमें पहले जयपाल परमार,दूसरी सुशीला देवी, तीसरे खुशपाल,चौथे नम्बर के वीरेन्द्र पाल तथा पांचवे नम्बर के सत्यपाल है। शुक्रवार को जब जनरल बिपिनी रावत अपने ननिहाल थाती गांव पहुंचे तो उन्होंने अपने मामा खुशपाल के पुत्र नरेन्द्र परमार से मुलाकात की। 

उत्तरकाशी। थाती गांव निवासी नरेन्द्र पाल परमार ने बताया कि उनको जनरल बिपिन रावत के आने की सूचना उनके दिल्ली में निवास कर रहे उनके भाई रिटायर्ड कर्नल  सत्यपाल ने दी। जिसमें उन्होंने बताया कि जनरल बिपिन रावत चारधाम यात्रा पर है। उत्तरकाशी पहुंचने पर वह उनसे मिलने तथा अपने ननिहाल आ सकते हैं। जिस पर उन्होंने उनके स्वागत की पूरी तैयारी करनी शुरू की।

Related posts

वट्सएप नम्बर पर सेना के जवान आर्मी चीफ से कर सकते हैं शिकायत

Anuradha Singh

सचिवों के तबादले को लेकर केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिया आड़े हाथ

shipra saxena

नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक ,दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन

rituraj