Children’s Day 2021 || चिल्ड्रंस डे यानी बाल दिवस हर वर्ष 14 नवंबर को मनाया जाता है। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाता है। बच्चों द्वारा प्यार से चाचा नेहरू के नाम से पहचाने जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने बच्चों के विकास सर्वांगीण शिक्षा की वकालत की थी। उनका मानना था कि बेहतर भविष्य के लिए बच्चों में शिक्षा का विकास होना आवश्यक है। जिससे भविष्य में बेहतर समाज का निर्माण हो सकेगा।
जवाहरलाल नेहरू को लगता था कि देश के बच्चे ही राष्ट्रीय की असली ताकत और समाज की नींव है।
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क्या है आज के दिन का इतिहास
पंडित जवाहरलाल नेहरु की मृत्यु से पहले, भारत सहित पुरे विश्व में 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 20 नवंबर को बाल दिवस के रूप में चिन्हित किया गया था। लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरु की मृत्यु के बाद, उनकी जयंती को भारत में बाल दिवस के रूप में चिन्हित करने का फैसला लिया गया। इसको लेकर 1964 में भारतीय संसद में एक प्रस्ताव पारित हुआ और तब से 14 नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाता है।
बाल दिवस मनाए जाने का क्या है कारण
बाल दिवस को मनाने का उद्देश्य केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती कोई याद रखना नहीं है। बल्कि बच्चों के अधिकार, देखभाल, शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के शब्दों में कहीं तो “आज के बच्चे कल का भारत बनेंगे, जिस तरह हम उन्हें पलेंगे, वही देश का भविष्य तय करेंगे।”