लोकसभा चुनाव 2019 के ठीक पहले बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ में आज अपना 63वां जन्मदिन मनाया। जन्नदिन के मौके पर उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में भाजपा के साथ ही कांग्रेस को भी लपटे में लिया। आज मायावती ने जुबानी हमला अधिक समय तक कांग्रेस पर ही किया। उन्होंने कहा कि देश में सबसे अधिक समय तक राज करने वाली कांग्रेस एंड कंपनी को भी सबक सिखाने की आवश्यकता है। मायावती ने कहा कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस और भाजपा की सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ।
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माया ने कहा कि किसान, गरीब, दलित व अन्य पिछड़े वर्ग का सही से विकास नहीं हुआ। जिससे दुखी होकर ही हमें इनके हितों के लिए पार्टी बनानी पड़ी थी। आज देश में किसान, दलित और पिछड़ा वर्ग के लोग सबसे ज्यादा दुखी है। इसकी एक वजह केंद्र सरकार है। अब आम जनता कांग्रेस के बाद भाजपा को सत्ता से हटाने का मन बना चुकी है। मायावती ने कहा कांग्रेस एडं कंपनी को सबक सिखाने की जरूरत है। अब जुमलेबाजों की दाल गलने वाली नही है। उन्होंने अपनी सरकार बनाने का आह्वान किया।
बसपा प्रमुख ने आज अपने जन्मदिन पर भाजपा व कांग्रेस के आड़े हाथ लिया। सामान्य वर्ग के गरीबों को दस फीसद आरक्षण पर मायावती ने कहा कि मुसलमानों को भी आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने अखिलेश खिलाफ सीबीआई जांच को गलत ठहराया। साथ ही कर्ज माफी के मुद्दे पर कांग्रेस को भी चेताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सरकारों पर उंगली उठनी शुरू हो गई है। किसानों की कर्जमाफी के लिए एक राष्ट्रनीति बनाने की आवश्यकता बतायी।
माया ने कहा कि कांग्रेस के खराब शासन की बानगी एक महीने में ही सामने आने लगी। मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ व राजस्थान में जनता परेशान है। भाजपा को भी समझ लेना चाहिए कि झूठे वादे और जुमलेबाजी से किसान व दलित विरोधी सरकार की दाल गलने वाली नहीं है। यही वजह है कि कांग्रेस की तीन राज्यों में बनी सरकार पर सवाल खड़े होने लगे हैं। चाहे बात किसान कर्ज माफी की हो या फिर दलितों को फायदा देने की।