नई दिल्ली : कोविड-19 वैश्विक महामारी की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा है कि भारत में तीन टीके विकास के उन्नत चरणों में हैं, जिनमें से दो टीके दूसरे चरण और एक टीका तीसरे चरण में है। बयान के मुताबिक ‘नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19’ ने सभी राज्य सरकारों और हितधारकों के साथ मिलकर टीकों के भंडारण, वितरण और उसे लगाने के लिए एक विस्तृत ब्लूप्रिंट तैयार किया है।
याद रहे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पिछले ही महीने कहा था कि भारत में कारोना वायरस के ‘स्ट्रेन’ में कोई बड़ा या महत्वपूर्ण बदलाव नहीं पाया गया है। जीनोम संबंधी दो अध्ययनों में पाया गया है कि यह आनुवांशिक रूप से स्थिर है जिसके रूप में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। दरअसल, कुछ विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि कोरोना वायरस के स्वरूप में बड़ा बदलाव होने से इसका टीका बनाने में मुश्किल आ सकती है।
बता दें कि सरकार देश के प्रत्येक नागरिक के लिए वैक्सीन मुहैया कराने की तैयारी में जुटी हुई है और इसके लिए एक उच्चस्तरीय समिति भी गठित की गई है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले साल यानी 2021 की जुलाई तक 20-25 करोड़ नागरिकों को कोरोना का टीका लग जाए। सरकार वैक्सीन की 40-50 करोड़ खुराक हासिल और उसके इस्तेमाल की योजना बनाने में जुटी हुई है।