निर्मल उप्रेती, संवाददाता
अल्मोड़ा में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी के नेतृत्व में सांकेतिक घड़े फोड़कर विरोध-प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि कोरोना टेस्ट घोटाले पर उच्च स्तरीय कमेटी की जांच हो। साथ ही सीएम के इस्तीफे और सभी जांचों की ऑडिट हो।
‘विदेशों में भी देश की साख को बट्टा लगाया’
बता दें आम आदमी पार्टी कुंभ के दौरान कोरोना घोटाले को लेकर मुखर है। इसी मुद्दे पर आप के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी ने आज सरकार पर इस पूरे मामले में लापरवाही का आरोप लगाया। प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी ने कहा इस घोटाले ने न केवल देश बल्कि विदेशों में भी भारत की साख को बट्टा लगाया। क्योंकि कुंभ पूरे विश्व का पर्व है।
‘घोटाले पर न्यायिक जांच हो’
उन्होने कहा कि बीजेपी सरकार के राज में अधिकारियों और उनके नेताओं की भूमिका साफ तौर पर इस घोटाले में सामने आ रही है। अमित जोशी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इतने बड़े घोटाले पर न्यायिक जांच होनी चाहिए। जिसकी अध्यक्षता किसी सीटिंग जज द्वारा होनी चाहिए, ताकि जांच जल्दी और बिना किसी दबाव के हो।
‘बीजेपी आपदा में भी अवसर ढूंढ रही’
उन्होने कहा कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री को पूरे प्रदेश में कोरोना जांच का ऑडिट कराना चाहिए। और खुद स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते नैतिक आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। बीजेपी की सरकार में उनके अपने लोग इस आपदा में भी अवसर ढूंढ रहे हैं। इनका केवल चेहरा बदला है चरित्र नहीं।
‘बीजेपी ने जनता को गुमराह किया’
अमित जोशी ने आगे कहा कि चाहे निशंक सरकार के समय कुंभ का सबसे बड़ा 400 करोड़ का घोटाला हो, या अभी कोरोना जांच का घोटाला। ये सरकार पूरी तरह घोटालों में डूब चुकी हैं। लेकिन अब इनके पाप का घड़ा भर चुका है। आप नेता ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में नाकाम बीजेपी सरकार ने जनता के सामने झूठे आंकड़े रखकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की।
‘नेताओं ने मिलकर घोटाले को अंजाम दिया’
इसके साथ ही दूसरी तरफ इनके अधिकारी और नेताओं ने मिलकर इस इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया। जिसका प्रमाण एसडीसी फाउंडेशन से मिलता है। जो शुरू से हरिद्वार आंकड़ों पर सरकार पर सवाल उठा रही थी। एसडीसी फाउंडेशन ने 1-30 अप्रैल के बीच पूरे प्रदेश में हुए कोरोना टेस्टों का विश्लेषण किया। जिनमें हरिद्वार में 6,00,291 जांच में 17,335 मामले पॉजिटिव आए।
‘टेस्ट के नाम पर बड़ा घोटाला’
उन्होने कहा कि इस दौरान अन्य 12 जिलों में कुल 4,42,432 टेस्ट हुए जिनमें 62,775 मामले पॉजिटिव आए। आंकड़े साफ तौर पर हरिद्वार में टेस्ट के नाम पर बड़े घोटाले की और इशारा कर रहे हैं।
‘अधिकारियों ने किया फर्जीवाड़ा’
आप नेता ने कहा कि जिस फर्म को सरकार ने जांच के लिए अनुबंधित किया था, उसी से मिलकर नेताओं और अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा किया। जिसमें 700 लोगों के नाम पर एक ही मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किया। हजारों मोबाइल नंबर जो रजिस्टर्ड थे वो गलत निकले। अलग-अलग शहरों में रहने वालों का एक ही नंबर रजिस्टर्ड किया। जो सीधे तौर पर सरकार की लापरवाही बताती है।
‘लाखों की जान खतरे में डाली’
उन्होने कहा यही नहीं फर्जी नेगेटिव जांच रिपोर्ट के इस खेल में सरकार ने देश विदेश से आए लाखों यात्रियों का जीवन खतरे में डाल दिया। और पूरे देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलाने की जमीन भी तैयार की। जिसकी कीमत हजारों लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई।
सीएम तीरथ दें इस्तीफा- आप नेता
वहीं रविंद्र जुगरान ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ रावत को तत्काल इस अपराध की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। और बीजेपी पार्टी को प्रदेश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिए। बीजेपी ने पहले त्रिवेंद्र रावत फिर तीरथ सिंह रावत को प्रदेश की जनता पर थोपा। जिन्होने कोरोना महामारी में लोगों की जान बचाने के बजाय उनको मौत के मुंह में धकेलने का काम किया।
कार्यकर्ता प्रदेश उपाध्यक्ष समेत उपस्थित
प्रदर्शन में कार्यकर्ता प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी, जिला उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट, एन एल् शाह, जगमोहन फर्त्याल, अरुणोदय तिवारी, सौरभ पांडे ,हिमांशु बोरा, संदीप नयाल, दिनेश कुमार,रोहित सिंह, नीरज सिंह, योगेंद्र अधिकारी, अफसान खान, नवीन चंद आर्य, अनीस अहमद,दीपांशु शाह, देव सिंह तंगरिया, प्रकाश कांडपाल मनोज गुप्ता आदि मौजूद रहे।