नई दिल्ली : कोविड-19 के कारण लंबे समय तक चले लॉकडाउन के दौरान काम-काज का तरीका बदला और लोग ऑनलाइन हो गए। घर के अंदर कैद होकर करोड़ों लोग तनाव और चिंता का शिकार हो गये हैं। वर्क फ्राम होम के दौरान लोगों को ड्यूटी टाइम से बहुत ज्यादा समय तक काम करना पड़ रहा है। गूगल में लोग तनाव और चिंता से उबरने के लिए सबसे ज्यादा उपायों और दवाओं को सर्च कर रहे हैं। बुजुर्ग अकेलेपन की समस्या से जूझ रहे हैं। इसलिए अकेलापन दूर करने के लिए लोग गूगल का सहारा ले रहे हैं।
चिकित्सकों के मुताबिक, घर पर रहते हुए कोई अनुशासन कायम नहीं रह पाता है। युवाओं को कुर्सी, सोफे या पलंग पर भी घुटने मोड़कर बैठने में भी उन्हें कोई रोकता-टोकता नहीं है। पैर मोड़कर बैठने के इस तरीके में घुटने पर अधिक दबाव पड़ता है। इससे कम उम्र में ही घुटने खराब होने की समस्या बढ़ रही है। इसमें मुख्य है-कुछ समय के लिए दिमाग खाली लगना या आंखों के सामने अंधेरा छा जाना, पीठ, गर्दन और शरीर के निचले हिस्से में बहुत तेज दर्द तथा सिर चकराने के साथ ही किसी अंग का सुन्न हो जाना। इसका कारण है, कंप्यूटर पर काम करने का सीधा असर आंखों के बाद गर्दन पर पड़ता है। तीन से चार घंटे तक यदि की-बोर्ड पर काम कर रहे हैं, तो कंप्यूटर से की-बोर्ड की दूरी एक फीट होनी चाहिए।
क्या करें उपाय: इसके लिए विभिन्न प्रकार के व्यायाम करना, साइकिल चलाना आदि अच्छे उपाय हैं। व्यायाम करने से जोड़ों की मांसपेशियां मजबूत रहती हैं और उनमें लचीलापन बना रहता है। इसके साथ ही जोड़ों को काफी सपोर्ट भी मिलता है। इसके अतिरिक्त मोटापे को नियंत्रित रखने के लिए अपने खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए।