वाराणसी: बनारस हिंदू युनिवर्सिटी के आर्ट्स फैकल्टी के छात्रों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र सेंट्रल हाल में बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। वहीं छात्रों के प्रदर्शन से विश्वविद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल रहा। छात्र ये प्रदर्शन शहीदे-आजम-भगत सिंह के शहादत दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के रद्द होने पर कर रहे थे।
बीएचयू प्रशासन ने रद्द कर दिया था कार्यक्रम
बता दें कि बीएचयू प्रशासन ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए ये कार्यक्रम रद्द कर दिया था। इस कार्यक्रम का आयोजन छात्र एकता मोर्चा की तरफ से किया जा रहा था और उसने कार्यक्रम के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय के सेमिनार हाल को बुक किया था। छात्रों का आरोप है कि दबाव में आकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने ये कदम उठाया है।
वामपंथी विचारधार से संबंध रखते हैं छात्र
विदित हो कि ये सभी छात्र, विश्वविद्यालय में भगत सिंह छात्र मोर्चा और भगत सिंह छात्र एकता मोर्चा के सदस्य हैं और वामपंथी विचारधारा से संबंध रखते हैं। दरअसल 20 दिन पहले शहीदे आजम भगत सिंह के शहादत दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इसी कार्यक्रम को लेकर एक सभा-गोष्ठी होनी थी जिसके लिए छात्रों ने विश्वविद्यालय के सेमिनार हाल को बुक कराया था। इस कार्यक्रम का आयोजन 23 मार्च को होना था।
छात्रों ने लगाया भेदभाव का आरोप
दरअसल कोरोना के प्रकोप को देखते हुए बीएचयू प्रशासन ने सेमिनार हाल में छात्रों द्वारा कराई गई बुकिंग को कैंसिल कर दिया था। इसी बात से छात्र नाराज हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि उनकी विचारधारा अलग है इसीलिए उनको परेशान किया जा रहा है।
एसएफआई के छात्र संगठनों का कहना था कि विश्वविद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम और सेमिनार के अलावा वेबीनार आयोजित किए जा रहे हैं, लेकिन जब हमारे कार्यक्रम की बारी आई तो इसे रद्द कर दिया गया।