भवानीगढ़। आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और किसान संघर्ष तालमेल कमेटी के सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा कि कर्जमाफी के लिए देशभर के किसानों को एकजुट होना हाेगा। किसानों को कर्ज के बोझ से मुक्त कराने के लिए किसान संगठन एक साथ अाएं और मिलकर संघर्ष करें। वह यहां अनाज मंडी में कुल हिंद किसान संघर्ष तालमेल कमेटी द्वारा आयोजित किसान कर्ज मुक्ति सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को कर्जमाफी के लिए सरकार के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। अभी तक किसान इसलिए असफल हो रहे हैं क्योंकि वो अलग-अलग होकर हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। देश के 190 किसान संगठन एकजुट होकर अगर सरकार से संघर्ष करेंगे तो जीत जरूर होगी।
यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते कहा कि देश का किसान कर्ज से मुक्त नहीं बल्कि सरकार की तरफ खड़ा अपना बकाया मांग रहा है। किसानों पर कर्ज तो सिर्फ 14.60 लाख करोड़ है जबकि सरकार पर बकाया 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। केंद्र व राज्य सरकारें किसानों की कमाई का करीब दो लाख करोड़ रुपये की धक्केशाही कर रही हैं। पंजाब की कैप्टन सरकार ने भी किसानों की कर्ज माफी की बात कही थी, लेकिन अब उस पर काम नहीं कर रहे। सम्मेलन में भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा, जम्हूरी किसान सभा, जय किसान आंदोलन, आल इंडिया किसान सभा पंजाब आल इंडिया किसान सभा, आजाद किसान संघर्ष कमेटी व लोक किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।