नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से लगातार चार बार राज्यसभा की सांसद रही जया बच्चन को एक बार फिर पार्टी ने राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर जया को राज्यसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कहा जा रहा है कि नरेश अग्रवाल का टिकट इस बार काटा जा सकता है। दरअसल जया बच्चन की राज्यसभा सदस्यता तीन अप्रैल को खत्म हो रही है। हाल ही में ऐसी खबरे सामने आई थी कि सीएम अखिलेश यादव और पार्टी के कुछ नेता जया के रवैये से खुश नहीं है और पार्टी उनका टिकट काट सकती है,लेकिन इन सभी अटकलों पर लगाम लगाते हुए अखिलेश ने जया को राज्यसभा का टिकट थमा दिया है।
अखिलेश यादव के इस ऐलान को लेकर एसपी के पूर्व नेता और कभी बच्चन परिवार के बेहद करीब रहे अमर सिंह का कहना है कि जया बच्चन समाजवादी पार्टी के लिए वफादार रही हैं और वो नरेश अग्रवाल से कई मायनों में एक बेहतर उम्मीदवार हैं। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की सांसद रहते हुए जया को साल 2005 में उस समय अपनी सदस्यता छोड़नी पड़ी थी जब उन पर लाभ के पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था। जया साल 2005 में सांसद होने के साथ-साथ यूपी फिल्म विकास परीषद की अध्यक्ष भी थीं, लिहाजा उन्हें अपनी सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके बाद साल 2012 में जया बच्चन को एक बार फिर सपा ने अपनी टिकट पर राज्यसभा भेजा था। वहीं समाजवादी पार्टी से टिकट काटे जाने की खबरों के बीच राजनीतिक गलियारों में जया बच्चन के टीएमसी और ममता बनर्जी से निकटता की चर्चा होने लगी थी। ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि जया बच्चन जल्द ही टीएमसी में शामिल हो सकती हैं। बता दें कि बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने के कारण जया बच्चन बंगाल में काफी लोकप्रिय हैं और अमिताभ बच्चन भी कई मौकों पर खुद को बंगाल का दामाद बता चुके हैं।