जानकारी के मुताबिक, अफगान एयरलाइंस के हवाले से बताया गया कि अफगान घरेलू उड़ानें आज यानि 3 सितंबर को फिर से शुरू होंगी। एयरलाइन के एक वरिष्ठ प्रबंधक तमीम अहमदी ने एक बयान में बताया, “हमें तालिबान और विमानन अधिकारियों से हरी झंडी मिली है और आज उड़ानें शुरू करने की योजना है।” दोहा स्थित एक निजी चैनल ने एक अफगान नागरिक उड्डयन अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि काबुल हवाई अड्डे से घरेलू उड़ानें शुक्रवार को फिर से शुरू होंगी। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में “समय लगने” की उम्मीद है।
पहले यह बताया गया था कि कतरी तकनीकी टीम हवाई अड्डे पर “जल्द ही” संचालन में वापस लाने की योजना के साथ नुकसान का आकलन कर रही थी। इस बीच, अफगानिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल भारतीय विमानन क्षेत्र में भी लहर पैदा कर रही है। पिछले महीने अफगानिस्तान के ऊपर हवाई क्षेत्र को बंद करने के बाद, एयर इंडिया की काबुल के लिए निर्धारित वाणिज्यिक उड़ान को निलंबित कर दिया गया था। एयर इंडिया एकमात्र वाहक है जो अपने एयरबस A 320 विमान के माध्यम से अफगानिस्तान के लिए उड़ान भरती है। इसी तरह, काम एयर द्वारा अपने एयरबस A 340-300 के माध्यम से दिल्ली के लिए संचालित उड़ानों को निलंबित कर दिया गया था।
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आपको बता दें कि यह तालिबान द्वारा अफगानिस्तान से वापसी के दौरान काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जानबूझकर उपकरणों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाने के बाद आया है। सूचना के अनुसार, तालिबान के एक प्रमुख सदस्य अनस हक्कानी ने आखिरी अमेरिकी सैनिक के अफगानिस्तान छोड़ने के एक दिन बाद काबुल हवाई अड्डे का दौरा किया और बताया कि अमेरिका ने जानबूझकर हेलीकॉप्टर, सैन्य वाहनों और सुविधाओं सहित सैन्य उपकरणों को नष्ट कर दिया है। मालूम हो कि अमेरिकी सेना को ले जाने वाली अंतिम उड़ान मंगलवार की सुबह काबुल से रवाना हुई, जिसके बाद देश में 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हुई।