राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने आज वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओ.डी.ओ.पी) समिट को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने समिट को संबोधित करते हुए कहा प्रतिभागियों में, मैं एक विशेष उत्साह का अनुभव कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों और सरकार की टीम के सदस्यों में ‘पॉज़िटिव एनर्जी’ देखकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। ऐसा ही उत्साह मैंने इस वर्ष फरवरी में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट’ में भी देखा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम को मैं बधाई देता हूं
कोविंद ने कहा कि विकास और जन-कल्याण के लक्ष्यों के प्रति ऐसा उत्साह राज्य के निवासियों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा।
स्पष्ट योजनाओं और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को लेकर, जनहित में आगे बढ़ने के लिए,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम को मैं बधाई देता हूं।
देश की संस्कृति, चिंतन और शिक्षा-व्यवस्था को योगदान देने में उत्तर प्रदेश के निवासियों की अग्रणी भूमिका रही है।
विभिन्न क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए देश के सर्वोच्च अलंकरण ‘भारत-रत्न’ से सम्मानित,
कुल पैंतालीस विभूतियों में से, ग्यारह भारत-रत्नों की जन्म-स्थली या कर्म-स्थली उत्तर प्रदेश में है।
यह उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए गर्व की बात है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द 4 से 7 अगस्त तक तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल के दौरे पर रहेंगे
राष्ट्रपति ने कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि उत्तर-प्रदेश, प्रतिभा वाला प्रदेश है
राष्ट्रपति ने कहा कि रत्न-परंपरा उसी कड़ी को आगे बढ़ाती है जिसमे संत कबीर, संत रविदास, सूरदास, तुलसीदास और मलिक मोहम्मद जायसी से लेकर मुंशी प्रेमचंद, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुभद्रा कुमारी चौहान और गणेश शंकर विद्यार्थी जैसी विभूतियां शामिल हैं। मैं कहना चाहूंगा कि उत्तर-प्रदेश, प्रतिभा वाला प्रदेश है। साथ ही, उत्तर-प्रदेश में विकास-प्रदेश बनने के सभी उपकरण मौजूद हैं।
प्रदेश में ताज महल और सारनाथ जैसे पर्यटन के विश्व-प्रसिद्ध केंद्र हैं
उत्तर प्रदेश में देश की सबसे बड़ी कार्य शक्ति है, अनेक उत्कृष्ट शिक्षण-संस्थान हैं, कृषि उत्पादन का प्रभावशाली रेकॉर्ड है, हस्त-कौशल की प्रसिद्ध परंपरा है, ताज महल और सारनाथ जैसे पर्यटन के विश्व-प्रसिद्ध केंद्र हैं, गंगा-यमुना-घाघरा-गंडक-गोमती-राप्ती और सोन नदियों का आशीर्वाद है।आपको बता दें कि देश का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क भी, उत्तर प्रदेश में ही है। ऐसी अन्य कई विशेषताएं हैं, जिनके बल पर, यह राज्य एक ‘ट्रिलियन डॉलर इकॉनॉमी’ यानि दस खरब डॉलर की अर्थ-व्यवस्था के लक्ष्य को निकट भविष्य में प्राप्त कर सकता है।