नई दिल्ली। देश के 14वें राष्ट्रपति के रुप में मंगलवार को शपथ लेने वाले रामनाथ कोविंद के पहले ही भाषण पर राजनीति शुरु हो गई है कोविंद की स्पीच पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया की है कांग्रेस का आरोप है कि राष्ट्रपति महात्मा गांधी के साथ दीनदयाल उपाध्याय का नाम तो लिया लेकिन उन्होंने देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरु का जिक्र तक नहीं किया जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है बुधवार को भी यह मामला कांग्रेस ने राज्यसभा में उठाया।
बीते मंगलवार को कांग्रेस ने कोविंद की स्पीच की आलोचना करते हुए कहा था कि वह पूरे देश के राष्ट्रपति है और अब वह किसी दल को प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कोविंद के भाषण पर आपत्ति जताई।
आजाद ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में महात्मा गांधी के साथ ही दीन दयाल उपाध्याय का जिक्र किया गया राष्ट्रपति कोविंद अपने भाषण में देश की राजनीति के ऐसे दिग्गजों का जिक्र करने से साफ साफ बचते दिखे जिनका संबंध कांग्रेस से था आजाद के मुताबिक कोविंद ने जिनका जिक्र किया भी उन्हों कही न भगवा ताकतें पंसद करती हैं।
आपको बता दें कि कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपतियों को याद करते हुए कहा था, ‘मुझे इस बात का पूरा एहसास है कि मैं डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम और मेरे पूर्ववर्ती प्रणव मुखर्जी, जिन्हें हम स्नेह से प्रणव दा कहते हैं, जैसी विभूतियों के पदचिह्निों पर चलने जा रहा हूं।’ अगले ही वाक्य में राष्ट्रपति कोविंद ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के योगदान का जिक्र किया। उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू या किसी अन्य कांग्रेस नेता का जिक्र किए बगैर कहा, ‘बाद में सरदार पटेल ने हमारे देश का एकीकरण किया।