आज से संसद के 25 दिन के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। इस दौरान कृषि कानून की वापसी से जुड़े बिल के साथ 36 अन्य विधेयकों को पारित किए जाने की तैयारी की गई है।
वहीं सूत्रों की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पेगासस विवाद और कीमतों की वृद्धि को लेकर विपक्ष फिर से केंद्र को घेरने की तैयारी कर रही है।
संसद के शीतकालीन सत्र से जुड़ी खास जानकारी
- संसद का शीतकालीन सत्र 25 दिनों तक चलेगा। जिसमें 19 बैठकें होंगी। इस दौरान केंद्र सरकार की ओर से 36 विधेयकों को पारित करने के लिए पेश किया जाएगा।
- संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन यानी आज कृषि कानूनों की वापसी के लिए लोकसभा में विधेयक पेश किया जाएगा।
- कृषि कानूनों की वापसी कब है केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर पेश करेंगे। वहीं सत्ता पक्ष में मौजूद भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से संसद में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया गया हैं।
- शीतकालीन सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया जाएगा। जिसमें क्रिप्टोकरंसी और अधिकारी डिजिटल मुद्रा जैसे विधेयक शामिल हैं।
- संसद के शीतकालीन सत्र से पहले भाजपा की ओर से आयोजित सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी नहीं पहुंचे।
- कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सबको प्रधानमंत्री की मौजूदगी की उम्मीद थी। उन्होंने कहा किसी कानूनों के बारे में हमें उनसे कुछ पूछा था हमें आशंका है कि यह तीनों कानून अब किस रूप में वापस आएंगे।
- वही सर्वदलीय बैठक में 31 दल के नेता शामिल हुए। हालांकि आम आदमी पार्टी ने बैठक से वर्कआउट कर लिया।
वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कहा है कि “लोकसभा का शीतकालीन सत्र आज से प्रारंभ हो रहा है। आशा है कि सत्र के दौरान सभी दलों का सक्रिय सहयोग मिलेगा, सदन सुचारू और व्यवस्थित रूप से चलेगा। माननीय सदस्य अनुशासन और शालीनता के साथ कार्यवाही में अपनी सहभागिता निभाएंगे। सामूहिक प्रयासों से हम सदन की गरिमा में अभिवृद्धि करेंगे।”