उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के भीटी स्थित उमेश सिंह की दस करोड़ की संपत्ति को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया । उमेश सिंह सदर विधायक मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी है और मुख्तार के नाम पर उन्होंने अवैध धन से उन्होंने यह संपत्ति बनाई हुई थी । भीटी स्थित यह भवन आर बी एक्ट की धारा 10 के तहत सिटी मजिस्ट्रेट के नियत प्राधिकारी के द्वारा अवैध करार दिया गया है । वहीं उमेश सिंह ने जिलाधिकारी न्यायालय में अपील किया था लेकिन उनकी अपील जिलाधिकारी के द्वारा खारिज कर दी गयी थी जिसके बाद यह भवन ध्वस्त किया जा रहा है ।
यह भूमि संख्या 987 भीटी की है , यह भूमि उमेश सिंह ने तीनों लड़के विजय सिंह , अजय सिंह , विनय सिंह के नाम है जब वे नाबालिक थे तब यह भूमि ली गयी थी । वहीं मुख्तार अंसारी प्रदेश के माफिया पुलिस अभिलेख में दर्ज हैं ,उमेश सिंह मुख्तार अंसारी के काफी करीबी हैं । जो समय समय पर अपनी अवैध संपत्ति के बल पर मुख्तार अंसारी को आर्थिक मदत पहुचाते रहते हैं । आज सिटी मजिस्ट्रेट के उपस्थिति में पूरा भवन ध्वस्त किया जा रहा है । भवन की कुल कीमत 10 करोड़ रुपए आंकी गयी है ।
मामले की जानकारी देते हुए सीओ सिटी धनंजय सिंह ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है. नगर कोतवाली क्षेत्र के भीटी में माफिया उमेश सिंह के त्रिदेव कंट्रक्शन का चार मंजिला शॉपिंग काॉम्प्लेक्स बना था, जिसमें एक मेगा मार्ट काफी दिनों से किराए पर चल रहा था. उन्होंने बताया कि पहले भी मऊ के जिलाधिकारी रहे ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने उक्त भवन को सील करते हुए शॉपिंग माल को भी सील कर दिया था, लेकिन बाद में प्रशासन से अनुरोध कर माल को दोबारा खोल लिया गया. प्रशासन से आदेश मिलने के कुछ दिन बाद उमेश सिंह ने अपना मेगा स्टोर बिहार में स्थापित कर लिया.