पंजाब – वही एक खबर पंजाब राज्य में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनाव से आ रही है। बता दे कि बीती 14 फरवरी को 39,15,280 मतदाताओं के मत डालने के साथ 71.39 % मतदान हुआ था। पंजाब शहरी स्थानीय निकायों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, विपक्षी आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के बीच है। कृषि कानूनों को लेकर किसानों के विरोध का सामना कर रही भाजपा भी मैदान में है।
अभी तक कांग्रेस चल रही है सबसे आगे –
अभी तक की वोटो की गिनती में बताया जा रहा है कि कांग्रेस सबसे आगे चल रही है। बता दे कि पंजाब में 117 शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। कृषि कानूनों के विरोध के बीच हुए चुनाव में कांग्रेस को बंपर को फायदा होता नजर आ रहा है। अभी तक आए नतीजों के मुताबिक कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। साथ ही बता दे कि बीजेपी के लिए पंजाब शहरी निकाय चुनाव के नतीजे हैरान करने वाले हैं। कुछ एक निकायों में तो बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है। वोटों कि गिनती सुबह आठ बजे से जारी है।
2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का होना है फैसला –
पंजाब में 8 नगर निगम और 109 नगरपालिका परिषद् – नगर पंचायतो के 2302 वार्डो में हुए चुनाव के नतीजे आज घोषित हो जायेंगे। जिसके लिए वोटो की गिनती अभी जारी है।बता दे कि इस चुनाव में कुल 2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। ज़्यादातर सीटों पर मुक़ाबला सीधे कांग्रेस और अकाली दल का है। हलाकि भाजपा और आम आदमी पार्टी भी कई सीटों पर कढ़ी टक्कर में है। साथ ही आपको अवगत करा दे कि पंजाब निर्वाचन आयोग ने पटियाला में पटरान और सामना नगर परिषदों के तीन बूथों पर पुनर्मतदान कराये जाने का आदेश दिया था। पुनर्मतदान 16 फरवरी को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक हुई। जिसमे वोटो की गिनती जारी है। दरअसल इन बूथों पर ईवीएम में तोड़फोड़ की घटना सामने आयी थी जिसके चलते पंजाब निर्वाचन आयोग ने इन बूथों पर दोबारा मतदान करने का फैसला लिया था। बता दे कि विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था।