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सूर्य-पर्वत उच्च हो तो बनेगा ऐसा संयोग, करें ये उपाय तो मिलेगा उम्मीद से दुगुना

hast rekha vishesagya सूर्य-पर्वत उच्च हो तो बनेगा ऐसा संयोग, करें ये उपाय तो मिलेगा उम्मीद से दुगुना
  • एजेंसी, नोएडा

सूर्य पर्वत अगर किसी इंसान के हथेली पर उच्च हो तो उस इंसान को जीवन में सूर्य के समान तेज, प्रतिष्ठा, बल, धन और वैभव मिलता है। अगर सूर्य पर्वत कमजोर हो तो इसके विपरीत फल मिलते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर सूर्य पर्वत कमजोर हो तो इंसान का कुछ भी अच्छा नहीं होगा। बल्कि वह अपने हथेली पर सूर्य पर्वत की कमजोरी को पहचान का उसके उपाय कर सूर्य को बलवान कर सकता है।
जब सूर्य बलवान होंगे तो उसे भी वह सारे फल मिलेंगे। हस्त रेखा का ज्ञान इस मायने में भी जरूरी हो जाता है कि आप खुद या अपने आसपास के लोगों के भाग्य और भविष्य को जान सकें और उसी आधार पर अपने कर्म करने शुरू कर दें। सूर्य पर्वत हथेली पर कहां होता है और इसके उच्च होने से क्या फायदे होंगे यह जान लें। साथ ही अगर सूर्य कमजोर है तो क्या उपाय काम आएंगे यह भी जानें।

हथेली में सूर्य पर्वत की स्थिति

  • सूर्य पर्वत रिंग फिंगर के नीचे होता है। अगर इस पर उभार हो तो ये पूर्ण उन्नत माना जाता है।
  • सूर्य पर्वत यदि पूर्णरूपेण उन्नत, विकसित तथा आभायुक्त होता है तो इंसान उच्च स्थान पर अपनी जगह बनाता है।
  • जिसका सूर्य पर्वत जितना ऊंचा होगा उसके चेहरे पर तेज उतना ही होगा। ऐसे इंसान सुंदर और स्वस्थ होते हैं।
  • सूर्य पर्वत पर अगर हाथ लगाएं और उभार महससू हो तो समझ लें कि सकरात्मक सोच वाले आशावादी इंसानों में हैं। ऐसे व्यक्ति बुद्धिमान भी बहुत होता है।
  • अगर आपको अपने रिंग फिंगर के नीचे कोई उभार महसूस नहीं होता या गड्ढा नजर आता है तो समझ लें किा आपका सूर्य काफी कमजोर है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में बहुत कठिनाइयां आती हैं।
  • जिनका सूर्य पर्वत कमजोर हो उन्हें दिल की बीमारी होने का खतरा रहता है। ऐसे व्यक्ति हमेशा बीमार बना रहता है।
  • सूर्य अगर कमजोर हो जाए तो मान-सम्मान और धन की कमी बनी रहती है। ज्ञान अर्जन करना मुश्किल होता है।
  • वहीं अगर सूर्य मजबूत हो तो ऐसा व्यक्ति कला एवं साहित्य के क्षेत्र में विशेष सफलता पाता है।
  • सूर्य पर्वत का उच्च होना या हथेली में उभार महसूस हो तो आप आर्थिक ही नहीं प्रतिभा से भी धनी इंसान होंगे।
  • सूर्य पर्वत उच्च हो तो ऐसा व्यक्ति धार्मिक होता है और उसे धार्मिक कार्यों में लगे रहना अच्छा लगता है। ऐसा व्यक्ति दूसरों का भी हमेशा भला करता है।

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