भाद्रपद महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी मनायी जाती है। इस दिन गणपति बप्पा को विदाई देने के साथ- साथ अनंत चतुर्दशी भी मनायी जाती है।
अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा जरूर करनी चाहिये, क्योंकि भगवान विष्णु के प्रिय शेषनाग का नाम अनंत है उनके नाम पर ही चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी नाम दिया गया है। आपको बता दें कि हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का काफी महत्व माना जाता है। भगवान विष्णु की पूजा से जीवन से दुखों का नाश होता है।
श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत रखने के साथ-साथ आपको श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए। इससे जीवन में सुख-संपत्ति, संतान का सुख मिलता है। और जीवन में मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
व्रत रखें- इस दिन नियंम के साथ भगवान विष्णु की पूजा करें, साथ ही ध्यान रखें कि इस दिन साफ कपड़े पहनें और पूरा दिन भगवान का ध्यान करें।
गाय को चारा खिलाये– इस दिन गाय की सेवा करें, साथ ही गरीबों को भी कुछ खाने को दें इन कामों को करने से आपको पुण्य मिलता है, और जीवन में आपके अच्छे भाग्य की शुरुआत होती है।
कहा जाता है कि पांड़वों ने भी इस व्रत को किया है, जिसके बाद उनको उनका राज पाट वापस मिला । मान्यता है कि अगर इस व्रत को किया जाये तो पापों से मुक्ति मिलती है। और आपकी हर मनोकामना पूरी होती है।