राजस्थानः मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव कराने के साथ मतदान केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, दिव्यांगजनों की मदद के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो-दो वोलेंटियर लगाने और क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।कुमार शनिवार को शासन सचिवालय में राज्य के समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों (कलेक्टर्स) से चुनाव से पूर्व की गई तैयारियों पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से चर्चा की।
इसे भी पढ़ेःमुख्य निर्वाचन अधिकारी के निशाने पर अरविंद केजरीवाल!
निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला कलेक्टरों से चुनाव के दौरान मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण तुरंत करने, आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करवाने, पोलिंग पार्टियों की रवानगी, सुरक्षा बलों की तैनातगी, वेबकास्टिंग, ब्रेल मतपत्र, पोस्टल बैलेट पेपर के द्वारा मतदान समेत चुनाव एवं कानून व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्राप्त की।आनंद कुमार ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों से निरंतर अद्यतन (कन्टीन्यूअस अपडेशन) के दौरान जोड़े गए मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र, वोटर स्लिप और मतदाता सहायता पुस्तिका के वितरण के बारे में भी जानकारी ली।
इसे भी पढ़ेःछत्तीसगढ़ः विधानसभा निर्वाचन 2018 के तहत लाईवलीहुड कॉलेज धमतरी में होगी मतगणना
जिला निर्वाचन अधिकारियों ने आश्वस्त करते हुए कहा कि चुनाव से जुड़ी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। सभी जरूरी वितरण सामग्री मतदाताओं तक समय रहते पहुंचा दी जाएंगी। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द सभी मतदाताओं तक वोटर स्लीप पहुंचाना सुनिश्चित करें।स्थानीय स्तर पर ऎसा कंट्रोल रूम भी बनाएं, जहां वोटर स्लीप नहीं पहुंचने के संबंध में शिकायत दर्ज करा सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मतदाताओं की ऐसी शिकायतों का तत्काल ही निस्तारण होना चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा मतदान के 48 घंटे से पहले और मतदान दिवस पर लागू नियमों का कड़ाई से पालन करवाएं। साथ ही सभी निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को भी इस बारे में अवगत करा दें। मतदान दिवस से ठीक पहले शराब व नकद वितरण और मतदाताओं को डराने-धमकाने की घटनाएं ज्यादा हो सकती हैं, ऎसे में सभी अधिकारी सजग रहें। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम, डॉ. रेखा गुप्ता सहित विभाग के सभी आला अधिकारी मौजूद रहे।