नई दिल्ली: योगी सरकार के महिला सुरक्षा के लिए सारे इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. ताजा माला बरेली का है जहां शोहदों के आतंक की वजह से एक छात्रा ने पढ़ाई छोड़ दी हैं. छात्रा एक महीने से स्कूल नहीं गई है. शोहदे उसे कॉलेज और कोचिंग आते जाते वक्त परेशान करते हैं, अश्लील हरकते करते हैं. हालात तब और बदतर हो गए जब विरोध करने पर घर में घुसकर शोहदों ने छात्रा को जमकर पीटा.
एक महीने से स्कूल नहीं गई छात्रा
14 साल की 9वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा इन स्कूल दिनों शोहदों से काफी डरी हुई है. छात्रा का कहना है की वो एक महीने से स्कूल नहीं गई है. क्योंकि स्कूल जाते वक्त पड़ोस में रहने वाले दो शोहदे उसे परेशान करते हैं, छेड़खानी करते हैं, रास्ता रोकते हैं. वहीं जब छात्रा ने छेड़खानी का विरोध किया तो दोनों शोहदे उसके घर आ धमके और घर पर मौजूद छात्रा और उसके मां-बाप के साथ मारपीट की. छात्रा के परिजनों ने पड़ोसी के घर भागकर जान बचाई.
छात्रा के पिता का आरोप
छात्रा के पिता का कहना है की उसके लिए पढ़ाई से ज्यादा जरूरी उसकी बेटी की इज़्ज़त है. उनका कहना है की इस सरकार में कोई सुनवाई नहीं है जिस वजह से वो काफी डरे हुए हैं. वहीं इस मामले में जब छात्रा के घर पर शोहदों ने हमला किया तभी घर वालों ने 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को बुला लिया था. छात्रा के पिता ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन एसपी सिटी ने बताया की अभी आरोपी फरार है.
दोनो आरोंपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
छात्रा के पिता ने का आरोप है पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ करके उन्हें छोड़ दिया. एसपी सिटी अभिनन्दन सिंह ने बताया की छात्रा नाबालिग है और उसकी तहरीर पर पाक्सो एक्ट समेत गंभीर धाराओं में दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.