नई दिल्ली। म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार को लेकर ऐशबाग ईदगाह में जुमे की नमाज के बाद धर्म गुरूओं ने विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने रोहिंग्या मुस्लिमों पर अत्याचार करने वालों को आतंकवादी बताकर भारत सरकार और संयुक्त राष्ट्र से म्यांमार सरकार का बहिष्कार और ऑग सॉन से सूकी का नोबेल शांति पुरूस्कार वापस लेने की मांग की है। ऑल इंडिया रिलीजंस युनाइटेड फ्रंट्स, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया, दारुल उलूम फरंगी महल और ऑल इंडिया सुन्नी बोर्ड के साथ ही विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
बता दें कि मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि म्यांमार में बेगुनहा रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि म्यांमर में हो रहे जुल्म मानवता पर हमला है। स्वामी सारंग ने कहा कि हिंदुस्तानी महात्मा गांधी की अहिंसा की शिक्षा पर अमल करते हैं, इसलिए हमें जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए। फादर डॉनल्ड डिसूजा ने कहा कि ईसा मसीह ने हर निर्दोष की मदद करने की शिक्षा दी है। इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि रोहिंग्या में हो रहे जुल्म को रोकने लिए सरकार पर दबाव बनाएं।