नई दिल्ली। भारत ने यूएन में पाकिसतान को एक बार फिर उसकी औकात याद दिलाई है। भारत ने ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन को भारत के आंतरिक मामलों से दूर रहने की सलाह दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत ने अपनी बात को पूरी दृढ़ता और सफाई से रखा। भारत ने कश्मीर मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मना पाकिस्तान ओआईसी का सदस्य है और इसलिए वो समय समय पर इस्लामिक संगठन की मदद से कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाता रहता है। भारत ने पाक के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि ओआईसी भारत के आंतरिक मामलो से दूर रहे। यूएन में भारत के सेक्रेटरी सुमित सेठ ने कहा कि ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन को भारत के मामले में बोलने का कोई हक नहीं है। हम ओआईसी को कड़े शब्दों में सलाह देते हैं कि वह आगे से ऐसी किसी कोई भी हरकत दोबारा न करे।
बता दें कि सेठी ने जो भी बात कही है वो राइट ऑफ रिप्लाई के तहत कही है। पाकिस्तान ने इससे पहले ओआईसी का हवाला देते हुए कश्मीर में हिंसा और मानवाधिकार की बात उठाई थी। सेठी का कहना है कि ओआईसी ने जो बयान दिया है। उसमें जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई तथ्य गलत हैं और भ्रमित करने वाले हैं। भारत इस तरह के किसी भी बयान को खारिज करता है। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। इस्लामी सहयोग संगठन 57 देशों का एक संगठन है। जो इस्लामिक देशों के मध्य सभी विषयों में सहयोग को प्रोत्साहित करता है। इसका मुख्यालय जेद्दा, सऊदी अरब में स्थित है। इसकी आधिकारिक भाषा फ्रेंच, अंग्रेजी और अरबी है।