नोएडा। एक तरफ जहां शनिवार को राजस्थान के बीकानेर के समवर्ती खाजूवाला से पुलिस ने पैसों के बदले जानकारी देने वाले दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है वहीं रविवार को उत्तर प्रदेश की एटीएस ने नोएडा से 3 और नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और डोनेटर का जखीरा बरामद किया है जिसके बाद दिल्ली एनसीआर सहित सभी जगहों पर अलर्ट घोषित कर दिया है। हालांकि इससे पहले शनिवार को भी एटीएस टीम ने 6 अन्य नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया था।
सूत्रों की मानें तो यूपी एटीएस टीम ने इन नक्सलियों को नोएडा के हिंडन आपार्टमेंट में कमरा नंबर 102 से गिरफ्तार किया है जो कि काफी लंबे समय से वहां पर रह रहे थे और किसी बड़ी प्लानिंग को अंजाम देने की फिराक में थे। खबर के अनुसार आसपास रह रहे लोगों को भी ये नहीं पता था कि ये लोग कौन है और क्या काम करते है? फिलहाल आरोपियों के पास से एटीएस टीम को कुछ पिस्टल और 50 से ज्यादा कारतूस मिले हैं जिससे कि ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये लोग किसी बड़ी वारदात को करने की प्लानिंग बना रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार नक्सलियों में से 3 बिहार और 3 यूपी के ही रहने वाले हैं और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर ये लोग फिरौती, अपहरण जैसी वारदातों को भी अंजाम दे चुके है। फिलहाल इन सभी को गिरफ्तार करके पुलिस और एटीएस टीम पूछताछ कर रही है।
बड़ी कार्रवाई की इनसाइन स्टोरी
क्राइम सिटी के नाम से तो दिल्ली एनसीआर के इस इलाके की पहचान अक्सर होती रही है। लेकिन अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं की साजिश को एटीएस ने नाकाम किया है। शनिवार देर रात नोएडा के सेक्टर 49 स्थित हिंडन विहार के एक फ्लैट में छिपे 9 नक्सलियों को गिरफ्तार कर दिल्ली एनसीआर में होने वाली बड़ी घटना की साजिश से पर्दाफाश किया है।
कौन है ये नक्सली
सूत्रों की की माने तो बीती रात पकड़े गये नक्सलियों पर एटीएस करीब महीने भर से नजर रखे हुए थी। आइजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि पिछले कुछ समय से नोएडा में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना थी। ये लोग लगातार नाम बदल पर सुरक्षा एजेन्सियों को गुमराह कर रहे थे। लेकिन मुखबिर और सर्विलांस की मदद से बीती रात एटीएस ने कार्रवाई कर इन्हे धर दबोचा। इसके साथ ही इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद किये हैं।
एटीएस की इस बड़ी कार्रवाई में पकड़े गये नक्सलियों की पहचान सूत्रों के हवाले से मधुबनी बिहार के निवासी पवन पवन उर्फ भाई जी, चंदौली के रहने वाले रंजीत पासवान, बिलासपुर ग्रेटर नोएडा के रहने वाले सचिन कुमार, सासाराम बिहार के रहने वाले कृष्णा कुमार राम, बुलंदशहर के रहने वाले सूरज, अलीगढ़ निवासी आशीष के रूप में हुई है।
सूत्रों की माने तो पवन तो ही प्रदीप के रूप में भी जाना जाता है प्रदीप के ऊपर झारखंड सरकार ने 5 लाख का ईनाम भी घोषित कर रखा है। प्रदीप माओवादी लातेहार का एरिया कमांडर भी बताया जा रहा है। हालांकि, गिरफ्तार नक्सलियों के नाम की पुष्टि एटीएस ने नहीं की है। बीती रात हुई इस बड़ी कार्रवाई के बाद एटीएस आज इस पूरे प्रकरण पर कोई बड़ा खुलासा भी कर सकती है।
इस कार्रवाई में एटीएस ने भारी मात्रा में हथियार और बम बनाने का सामान भी बरामद किया है। साथ ही एक वैगनार कार भी बरामद की गई है। आप पड़ोस के लोगों ने बताया कि वे इस फ्लैट में एक माह से रह रहे थे। पकड़ा गया नक्सली प्रदीप 2012 से ही नोएडा में था।
ये लोग दिल्ली-एनसीआर में सिलसिलेवार घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे। इसके बाद ये कैमूर भभुआ, बिहार भागने की योजना में लगे थे । इनसे मिलने के लिए मुंबई और अन्य प्रदेशों से इनके साथी आते रहते थे। ये किसी बड़ी घटना को अंजाम देते उसके पहले एटीएस ने इनका पर्दाफाश पर इन्हे गिरफ्तार कर लिया ।