तिरुवनंतपुरम। देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश की अवहेलना हो रही है जिसे लागू करने से देश के सम्मान में इजाफा हुआ है। कुछ ही दिन पहले कार्ट ने अनिवार्य करते हुए कहा था कि सिनेमाघरों में फिल्म शुरु होने से पहले राष्ट्रगान बजाना अनिवार्य होगा और सभी को उसमें खड़े होना है। लेकिन कोर्ट के इस आदेश के बाद कई जगह राष्ट्रगान के अपमान की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला केरल से है। केरल में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफके) के दौरान एक फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले राष्ट्रगान के सम्मान में खड़ा न होने को लेकर 6 लोगों को पुलिस ने सोमवार को हिरासत में लिया, जिनमें एक महिला भी शामिल है।
आईएफएफके के आयोजकों ने यह स्पष्ट किया है कि आईएफएफके के 21वें संस्करण के दौरान उनके द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। फिल्म फेस्टिवल यहां शुक्रवार रात शुरू हुआ और सभी प्रतिनिधि खड़े हुए। लेकिन निशानगांधी प्रेक्षागृह में 5 लड़कों तथा एक महिला को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस द्वारा कई बार कहने के बावजूद उन्होंने राष्ट्रगान बजने के दौरान खड़े होने से इनकार कर दिया था।
भाजपा की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने राज्य के पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा से शिकायत की थी कि फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले राष्ट्रगान बजने के दौरान कुछ लोग खड़े नहीं हो रहे हैं। इस शिकायत के कुछ घंटे बाद सभी 6 लोगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लिया गया।