वाराणसी: शहर में कई पुरानी और जर्जर बिल्डिंग हैं, जिन्हें अब खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। इसीलिए वाराणसी नगर निगम वाराणसी ने ऐसी 292 बिल्डिंगों को नोटिस भेजा है। किसी भी बड़े हादसे से बचने के लिए नगर निगम की तरफ से यह निर्णय लिया गया।
5 जोन मिलाकर 292 जर्जर भवन
वाराणसी नगर निगम के पांच जोन को अगर मिला लें तो कुल 292 ऐसे भवन हैं, जिनकी हालत खराब हो चुकी है। इन्हें अब नगर निगम की तरफ से नोटिस दिया गया है। इनमें सबसे खराब हालत में दशाश्वमेध घाट और कोतवाली जोन के भवन हैं। नगर निगम की ही जिम्मेदारी हो जाती है कि सभी जर्जर भवनों को समय रहते हटा दिया जाए।
किसी बड़े हादसे से बचने के लिए इस तरह की कार्यवाही आए दिन निगम करता रहता है। चीफ इंजीनियर द्वारा ऐसे सभी जर्जर भवन की लिस्ट तैयार की जा रही है, जिन पर अब आगे का एक्शन लिया जाएगा। इसके पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के पास कुछ भवन खराब हालत में थे, जिन्हें मंदिर प्रशासन के द्वारा ही ध्वस्त कर दिया गया।
ज्यादातर भवनों पर चल रहा विवाद
खराब हालत में पड़े मकानों पर कई तरीके का विवाद चल रहा है। किराएदारी, जिसमें सबसे बड़ा कारण है। मकान मालिक और किराएदार के बीच विवाद होने की स्थिति में मामला कोर्ट में पहुंच गया, जिसके बाद वहां से स्टे लगा दिया गया है। अब ऐसी स्थिति में नगर निगम भी कोई एक्शन नहीं ले सकता। इन सबके बावजूद जिला मजिस्ट्रेट की मदद लेकर आगे कोई एक्शन लेने का रास्ता बचता है। बता दें कि नगर निगम ने दो से तीन बार इन सभी भवन के मालिकों को नोटिस दे दिया है लेकिन अभी भी कोई भी बदलाव नहीं देखा गया।