अनंत चतुर्दशी ( Anant Chaturdashi ) का शुभ मुहुर्त और पूजा करने की विधि के बारे यहां जानें विस्तार से
- अध्यात्म डेस्क || भारत खबर
हिंदू धर्म में व्रत पर्व का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है और इसी बीच आस्था के बड़े पर्व यानी अनंत चतुर्दशी ( Anant Chaturdashi ) का आगमन हो रहा है। अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है और यह व्रत 1 सितंबर 2020 को आने वाला है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूपों की पूजा की जाती है और ऐसा माना जाता है कि जो भी पुरुष या महिला भगवान विष्णु की सच्चे दिल से पूजा करते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूर्ण होती हैं।
शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी ( Anant Chaturdashi ) का व्रत करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं लेकिन अनंत चतुर्दशी व्रत के नियमों का पालन किए बिना आप इसे पूर्ण नहीं कर सकते हैं। तो सवाधानी रखनी बेहद जरूरी है।
इस वर्ष अनंत चतुर्दशी किस शुभ मुहूर्त इस प्रकार से है
सुबह 05 बजकर 59 से 09 बजकर 41 मिनट तक पूजा की जा सकती है और विधि विधान के अनुसार ही पूजा करने का महत्व बताया गया है तो ध्यान रखें कि जो भी पूजा की विधि है उसके अनुसार ही पूजा करें।
अग्नि पुराण के अनुसार इस तरह से करें पूजा
अनंत चतुर्दशी ( Anant Chaturdashi ) के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के नियमों के बारे में अग्नि पुराण में विस्तृत रूप से बताया गया है कि किस तरह से पूजा अर्चना की जानी चाहिए। लेकिन हम यहां पर आपको संक्षेप में बता रहे हैं-
- सबसे पहले स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके इस व्रत का संकल्प लें।
- कलश स्थापना करके भगवान विष्णु की तस्वीर लगाएं
- एक डोरी को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर इसमें 14 गांठें सगा लें
- इसे भगवान विष्णु जी को चढ़ाकर पूजा शुरू करें।
- इस दिन पूजा करते समय इस मंत्र का जाप करें-
- अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
- अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
इसके बाद पूजा में बैठे पुरुष सूत्र को अपने दाएं हाथ के बाजू और महिलाएं बाएं हाथ के बाजू पर बांध लें। सूत्र बांधने के बाद यथा शक्ति ब्राह्मण को भोज कराएं और प्रसाद ग्रहण करें।
अनंत चतुर्दशी की पूजा से लाभ-
- यह पूजा ग्रहों की अशुभता को भी दूर करती है
- कुंडली में काल सर्प दोष होने पर इस दिन पूजा करने से लाभ मिलता है।
- अनंत चतुर्दशी की पूजा जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करती है।