नई दिल्ली। गुजरात में बीजेपी की बखिया उधेड़ने का प्रयास कर रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की वीवीआईपी सुरक्षा मुहैया कराने का निर्णय लिया है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सौंपी है और सुरक्षा बल के कमांडर जल्द ही हार्दिक की सुरक्षा में तैनात हो जाएंगे। गुजरात यात्रा के दौरान पटेल के साथ करीब आठ कमांडो रहेंगे। सूत्रों ने कहा कि सेंट्रल इंटेलीजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने खतरे से संबंधित रिपोर्ट तैयार की है।
इस रिपोर्ट में पटेल को सुरक्षा देने की वकालत की गई है। सीआइएसएफ की एक विशेष वीआइपी सुरक्षा शाखा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत जैसे करीब 60 गणमान्य लोगों की सुरक्षा इसी शाखा के पास है। गौरतलब है कि इससे पहले हार्दिक पटेल ने सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया था। हार्दिक पटेल का कहना था कि पुलिस उनकी जासूसी करना चाहती है, इसलिए सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।
हार्दिक से पहले दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी सुरक्षा लेने से इंकार किया था। जिग्नेश ने कहा था कि ये सुरक्षा उन्हें इसलिए दी जा रही है, ताकि उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके। मेवाणी बोले कि उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है। उनके साथ अब दो सुरक्षाकर्मी रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर हुए किसी हमले से सरकार की बदनामी ना हो जाए इसलिए सुरक्षा दी जा रही है।