कनाडा और अमेरिका में गर्मी पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ कहर बरपा रही है। भीषण गर्मी का कहर लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है। खबर है कि कनाडा में तापमान जहां 49.5 डिग्री पहुंच गया, तो अमेरिका के प्रशांत उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में 44 डिग्री से ज्यादा रहा। जिस वजह से सैकड़ों की जान चली गई।
अधिकांश मौतों की वजह गर्मी
बता दें की गर्मी की वजह से वेंकूवर में करीब 70 आर ओरेगन में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कनाडाई माउंटेन पुलिस के मुताबिक, कनाडा में पिछले 24 घंटों में वेंकूवर के बर्नाबी और सरे शहरों में मरने वाले ज्यादातर लोग बुजुर्ग या खराब स्वास्थ्य का शिकार थे। हालांकि अभी जांच जारी है लेकिन अधिकांश मौतों की वजह गर्मी है।
अलर्ट जारी कर लोगों को चेताया
वहीं स्थानीय नगर पालिका ने भी माना कि इस गर्मी में कई मौतों की कॉल मिली हैं। कनाडा के पर्यावरण विभाग ने ब्रिटिश कोलंबिया, अल्बर्टा, और सास्काचेवान, मैनिटोबा, युकोन और उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों के कुछ हिस्सों के लिए अलर्ट जारी करते हुए चेताया कि खतरनाक और गर्मी की लहर इस सप्ताह तक बनी रहेगी।
अभी और लोगों पर भी खतरा
अमेरिका के सिएटल और पोर्टलैंड में पारा लगातार 37.7 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। इनके अलावा स्पोकेन, पूर्वी ओरेगन के शहरों और इडाहो शहरों में भी तापमान लगातार बढ़ रहा है। वाशिंगटन राज्य प्राधिकारियों ने गर्मी के कारण 20 से अधिक लोगों के मरने की खबर दी है लेकिन संख्या में और बढ़ोतरी भी हो सकती है।
46 डिग्री सेल्सियस के पार तापमान
तो मौसम वैज्ञानिकों ने उत्तर पश्चिम पर अत्यधिक दबाव बढ़ने और मानव निर्मित जलवायु परिवर्तन को भयंकर गर्मी की वजह बताया है। सिएटल, पोर्टलैंड और कई अन्य शहरों में भी तापमान के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। कुछ जगहों पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है।
सैंकड़ों लोगों के मरने की आशंका
ओरेगन की मुल्टनोमा काउंटी के मेडिकल परीक्षक ने 45 लोगों की मौत का कारण शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ना बताया गया। मृतकों में 44 से 97 वर्ष के लोग शामिल थे। इस काउंटी के तहत पोर्टलैंड भी आता है, ओरेगन में 2017 और 2019 के बीच हाइपरथर्मिया से केवल 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी।