बरेली: जिले के पर्यावरण को बचाने के लिए वन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। लकड़ी माफियाओं पर अब सख्ती बरतने की तैयारी की जा रही है। बरेली के प्रभागीय वन अधिकारी ने सभी वन रेंजरों से कहा है कि वो अपने क्षेत्रों में हो रही पेड़ों की कटान पर कार्रवाई करें।
पेड़ों को काटने वालों पर होगी कार्रवाई
उन्होंने कर्मचारियों से कहा है कि हरे पेड़ों को काटने वालों पर लकड़ी माफिया के रूप में कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बरकरार रखने के लिए पेड़ों का होना अतिआवश्यक है। ये हमारी दैनिक जरूरतों को भी पूर्ण करते हैं।
जिले में इस समय हैं 10-15 ठेकेदार
गौरतलब है कि जिले में लगातार हो रही हरे पेड़ों के कटान के कारण पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। बरेली में फिलहाल कुल 10 से 15 लकड़ी ठेकेदार हैं। ये लोग हरे पेड़ों को काटने का परमिट लेकर पेड़ों को काटकर उन्हें बेचते हैं। इनमें कुछ ऐसे भी हैं जो बिना परमिट के ही हरे पेड़ों को काट ले जाते हैं। वहीं कुछ लोग एक पेड़ को काटने की बात कहकर काफी पेड़ काट ले जाते हैं।
खंगाला जा रहा पुराना रिकॉर्ड
हरियाली के खिलाफ काम कर रहे इन्हीं लोगों पर कार्रवाई की योजना अब वन विभाग ने तैयार कर ली है। बरेली वन विभाग ने इन पर नकेल कसने के लिए रूपरेखा बना ली है।
बता दें कि लकड़ी माफियाओं पर कार्रवाई के लिए वन विभाग को शासन की तरफ से निर्देश मिला है। शासन ने हरे पेड़ों के दुश्मनों पर सख्त कार्रवाई करने की बात वन विभाग से की है।
शासन का निर्देश मिलते ही वन विभाग हरे पेड़ काटने वालों का पहले का रिकॉर्ड खंगाल रहा है। इसके लिए जिला वन अधिकारी ने विभिन्न रेंजरों से लकड़ी माफिया पर रिपोर्ट मांगी है।
इस रिपोर्ट को डीएफओ जिला प्रशासन को भेज देंगे। जिसके बाद जिला प्रशासन इन लकड़ी माफियाओं के नाम घोषित कर देगा।