नई दिल्ली। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार रेल बजट और आम बजट को एक साथ पेश किया गया। जिसे परंपरा से हटकर रेल मंत्री ने नहीं बल्कि वित्त मंत्री ने ही संसद के पटल पर पेश किया। लगभग 1 से 2 घंटे तक चले वित्त मंत्री ने बजट को सदन में पढ़ा जिसकी शुरुआत उन्होंने शायरी से की। हालांकि रेल बजट को मंत्री के आम बजट में कुछ मिनटों का ही समय मिला जिसमें यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत जरुर दी गई है पहला ये कि ई टिकट करने पर सर्विस टैक्स को खत्म कर दिया गया और ट्रेन के किराए में किसी भी तरह की कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई।
सफाई पर दिया गया जोर:-
बजट को पेश करते हुए जेटली ने रेलवे के लिए कई घोषणाओं का ऐलान किया है जिसमें रेलवे को स्वच्छ रखने की मुहिम की झलक भी दिखाई दी। इसके साथ ही 2019 तक सभी ट्रेनों में बायो टॉयलेट्स होना का प्रस्ताव भी रखा गया और एसएमएस क्लीम माई कोच सेवा का शुभारंभ किया गया।
धार्मिक स्टेशनों के लिए कई ट्रेनों की शुरुआत:-
हर साल बजट में वैसे तो कई नई ट्रेनों को पटरियों पर दौड़ाने का ऐलान किया जाता है लेकिन इस बार धार्मिक स्थलों पर बढ़ती भीड़ के मद्देनजर कुछ खास ट्रेन चलाई जाएगी। जिसके कि लोगों को आसानी से टिकट मिल सके। वहीं इस बार सुरेश प्रभु के प्रपोजल को स्वीकार करते हुए रेल विकास के लिए 1.32 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए है और स्टेशनों के विकास के लिए 25 अहम स्टेशनों का चयन किया गया है।
जानिए रेल बजट की खास बातें:-
बुनियादी ढांचे के लिए 3.96 लाख करोड़ का आवंटन
शेयर बाजार में IRCTC बतौर कंपनी लिस्ट होगी
मेट्रो रेल के लिए नई नीति की घोषणा की जाएगी
पीपीपी मॉडल से छोटे शहरों में भी एयरपोर्ट बनाए जाएंगे
टूरिज्म और धार्मिक यात्राओं के लिए अलग से ट्रेनें चलाई जाएंगी
कोच की शिकायतों के लिए कोच मित्र योजना लाई जा रही है
वरिष्ठ नागरिकों के लिए LIC योजना लाएगी सरकार
2019 तक सभी ट्रेनों में बायो टॉयलेट्स
रेल विकास के लिए 1.32 लाख करोड़ आवंटित
रेलवे स्टेशनों को दिव्यांगों के लिए आसान बनाया जाएगा
3500 किमी. नई रेल लाइन बनेंगी
7000 हजार स्टेशनों पर सोलर लाइनें
IRCTC से ई-टिकट पर सर्विस टैक्स नहीं लगेगा
रेलवे स्टेशनों को दिव्यांगों के लिए आसान बनाया जाएगा
रेलवे में विकास और स्वच्छता पर जोर
मानव रहित क्रॉसिंग पूरी तरह से खत्म
रेलवे सेफ्टी के लिए 1 लाख करोड़
स्टेशनों के विकास के लिए 25 स्टेशन का चयन