लखनऊ। अगर आप विंटेज गाड़ियों के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। अब आपकी कार कभी कबाड़ा नहीं बनेगी। आईआईटी दिल्ली के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर क्लीन एयर ने इसके लिए एक तकनीक खोज निकाली है।
आईआईटी की इस तकनीक की मदद से आप बरसों बाद भी अपनी पसंदीदा गाड़ी को सड़क पर दौड़ा सकेंगे। यही नहीं, गाड़ी पर्यावरण को साफ रखने में भी मददगार बनेगी।
आईआईटी के सेंटर फॉर एक्सीलेंस फॉयर क्लीन एयर के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर हेमंत कौशल ने बताया कि सेंटर ने पुरानी पेट्रोल और डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ी में बदलने की तकनीक खोज निकाली है।
थोड़ा लंबा और खर्चीला है यह काम
विंटेज कार को इलेक्ट्रिक कार में बदलने का काम थोड़ा लंबा और खर्चीला है। इस काम में एक से दो महीने का वक्त लगेगा। साथ ही चार से पांच लाख रुपये की लागत आएगी। तमाम लोग अपनी पुरानी कार से बेहद प्यार करते हैं। उनके लिए यह विकल्प बेहतर रहेगा।
एक बार चार्ज होने पर 70 किलोमीटर तक का सफर करेगी तय
विंटेज कार एक बार चार्ज होने के बाद करीब 70 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यही नहीं, लोग इसमें अपनी सुविधा के हिसाब से छोटी या बड़ी बैटरी लगा सकते हैं। आईआईटी ने 1848 की एक पुरानी बीटल गाड़ी को इलेक्ट्रिक कार में बदला है। इसका रेस्पांस बेहतर है।
लागत कम करने पर पूरा जोर
विंटेज कारों को इलेक्ट्रिक कार में बदलने वाली टीम अब पुरानी कारों को इलेक्ट्रिक कार में बदलने की लागत कम करने पर काम कर रही है। जिससे लोग अपनी पुरानी कारों को आसानी से विंटेज कार में तब्दील करवा सकें। ऐसा होने पर लोगों के पैसे भी बचेंगे और प्रदूषण भी कम होगा।