अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण, नगर निगम देहरादून एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जन सामान्य हेतु बनाये गये फुटपाथों, गलियों, सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों में ध्वस्तीकरण, चिन्हांकन व सीलिंग का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि देहरादून में सभी अवैध कब्जे व अतिक्रमण को चिन्हित कर चिन्हित स्थानों से अवैध कब्जा व अतिक्रमण हटाया जा रहा है। शहर में अवैध अतिक्रमण हटाने के अभियान में न्यायालय के दिशा-निर्देशों का शत्-प्रतिशत पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान ध्वस्त किये गये भवनों, बाउंड्रीवॉल आदि का मलबा सड़कों पर रहने से परेशानी न हो, इस लिये मलबे को हटाने की कार्यवाही में और अधिक तेजी लाई जा रही है।
क्या नैतिकता के आधार पर अपर मुख्य सचिव को पद से हटाएंगे सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत?
अतिक्रमण मुक्त हो जाने के बाद देहरादून शहर एक नये रूप में दिखाई देगा
ओमप्रकाश ने कहा कि अतिक्रमण मुक्त हो जाने के बाद देहरादून शहर एक नये रूप में दिखाई देगा। जिससे देहरादून आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं एवं यात्रियों के ऊपर राजधानी की गरिमा के अनुरूप उन्हें एक स्वच्छ शहर का अच्छा संदेश मिलेगा।उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटने के बाद शहर के विभिन्न स्थानों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। शहर की सड़कों, नाली और फुटपाथ से अवैध अतिक्रमण हटने का लाभ प्रत्येक नागरिक को मिलेगा।उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने के कार्य में शासन-प्रशासन को दूनवासियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
105 अवैध अतिक्रमणों के चिन्हीकरण एवं 04 भवनों के सीलिंग का कार्य सम्पादित किया गया
सचिव एम.डी.डी.ए.,पी.सी.दुमका ने बताया कि शनिवार को इस अभियान के अन्तर्गत 105 अवैध अतिक्रमणों के चिन्हीकरण एवं 04 भवनों के सीलिंग का कार्य सम्पादित किया गया है। इस प्रकार अब तक कुल 4526 अवैध अतिक्रमणों का ध्वस्तीकरण, 8087 अतिक्रमणों का चिन्हीकरण व 121 भवनों के सीलिंग का कार्य सम्पादित किया जा चुका है।