उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के चलते धान, गन्ना और अन्य फसलों को हुए नुकसान का आकलन पूरा हो गया है। प्रदेश में करीब 02 लाख 35 हजार किसान ऐसे पाए गए हैं जिनकी फसल हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण खराब हो गई।
35 जिलों के 2.35 लाख किसानों को मिलेगा फसल खराब होने का मुआवजा
उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के चलते धान, गन्ना और अन्य फसलों को हुए नुकसान का आकलन पूरा हो गया है। प्रदेश में करीब 02 लाख 35 हजार किसान ऐसे पाए गए हैं जिनकी फसल हाल ही में हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण खराब हो गई। कृषि और राजस्व विभाग के सर्वेक्षण के बाद सरकार ने करीब 77 करोड़ 88 लाख रुपये जारी कर जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
भारी बारिश और बाढ़ से हुए फसलों के नुकसान का आकलन पूरा
शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने फसल क्षतिपूर्ति आकलन की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक भी पात्र किसान क्षतिपूर्ति से वंचित न रहे। जल्द से जल्द सभी की क्षतिपूर्ति करा दी जाए। सीएम योगी ने कहा कि बीते 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच भी कई जिलों में भारी बारिश हुई है। इस दौरान भी फसलों पर बुरा असर पड़ा है। ऐसे में तत्काल सर्वे कराकर जहां भी मानक से अधिक फसल खराब हुई है, संबंधित किसानों को मुआवजा दिया जाए। सीएम के निर्देश के बाद राजस्व विभाग ने इन तीन दिनों में फसलों के खराब होने का आकलन करने बाबत आदेश जारी कर दिया है।
अपर मुख्य सचिव, राजस्व मनोज कुमार सिंह ने दी जानकारी
वहीं बैठक में अपर मुख्य सचिव, राजस्व मनोज कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि बाढ़ और भारी बारिश से कृषि फसलों को हुए नुकसान का आकलन पूरा हो गया है। 35 जिलों में 2 लाख 35 हजार 122 किसान ऐसे चिन्हित हुए हैं जिनकी कृषि उपज बाढ़ और भारी बारिश के चलते खराब हुई है। मुआवजे के एवज में इन किसानों को 78 करोड़ 88 लाख की धनराशि दी जाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सबसे ज्यादा 37 हजार 848 प्रभावित किसान देवरिया जिले के हैं। जबकि सबसे कम नुकसान श्रावस्ती जिले में हुआ है।