हरियाणा में एनडीआरएफ के सहायक कामंडेट विकास सैनी के मार्गदर्शन में मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। डीएम कैप्टन शक्ति की अध्यक्षता में भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास, एनडीआरएफ और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और अन्य हित धारकों के साथ जिला सचिवालय में किया गया। जिला सचिवालय नूंह में मॉक ड्रिल की शुरूआत 11 बजे हुई। पहले से निर्धारित कार्यक्रम के तहत अचानक जिला सचिवालय की आपातकालीन घंटी बजी और अधिकारियों व कर्मचारियों को भूकंप आने की सूचना दी गई।
बता दें कि भूकंप थमने के बाद अधिकारी और कर्मचारी खुले स्थान पर जमा हुए जहां उनका हेड अकाउंट किया गया। एनडीआरएफ के 47 बचाव कर्मी मौजूद थे। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंच कर तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया। कुछ लोगों के बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे होने की जानकारी पर एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचावकर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास किया।
वहीं एनडीआरएफ कमांडेंट विकास सैनी ने बताया कि इस मॉक ड्रिल के माध्यम से आपदा की स्थिति में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया। भविष्य में ऐसी किसी भी आपदा के समय जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन की शुरुआत स्वयं से शुरू करनी होगी तथा जन-जन को आपदा प्रबंधन के बारे में जागरूक करना होगा।