featured उत्तराखंड देश राज्य

जानें आईएमए देहरादून का क्या है इतिहास

उत्तराखंडः जानें आईएमए देहरादून का क्या है इतिहास

वैसे तो देहरादून का अपना इतिहास रहा है। लेकिन उसमें आइएमए ने भी अपनी वीर गाथा अलग से लिखी है। देहारादून में भारतीय सैन्‍य अकादमी (आईएमए) का गौरवशाली इतिहास है। क्या आपको मालूम है कि आज जंहा ऐतिहासिक परेड होती है? वहां पहले क्या हुआ करता था? नही तो हम आपको बताते है, 8 या 9 दशक पहले तक ये जगह रेलवे स्टाफ कॉलेज हुआ करती था। इस जगह पर कॉलेज का 206 एकड़ कैंपस और दूसरी सभी चीजें भारतीय सैन्य अकादमी यानी आइएमए को ट्रांसफर की गई थी। साल 1932 में 40 कैडेट्स के साथ इस अकादमी का सुनहरा सफर शुरू था।

 

उत्तराखंडः जानें आईएमए देहरादून का क्या है इतिहास
उत्तराखंडः जानें आईएमए देहरादून का क्या है इतिहास

इसे भी पढ़ेःउत्तराखंडःआईएमए देहरादून में 108 फिट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज का हुआ लोकार्पण

देहरादून में बना ये आइएमए देश की रक्षा में महत्वपूण योगदान दे रहा है। इसका शुभारंभ 10 दिसंबर 1932 को फील्ड मार्शल सर फिलिप डब्लू चैटवुड ने किया था और तभी से इस बिल्डिंग का नाम उन्हीं के नाम से चैटवुड बिल्डिंग पड़ा। इसी बिल्डिंग के अन्दर बने म्यूज़ियम हाल में वीरों की गाथाएं। और वीरता की निशानियां रखी हैं। यहीं पर जनरल नियाज़ी की वो रिवाल्वर है जब पाकिस्तानी फ़ौज ने भारतीय सेना के सामने हथियार डाले थे।

 

इस भी पढ़ेःदेहरादूनःशादी का झांसा देकर कॉन्स्टेबल ने युवती से बनाए शारीरिक संबंध

भारतीय सैन्य अकादमी की शुरूआत 1932 में हुई थी। उस वक्त ब्रिगेडियर एलपी कोलिंस प्रथम कमांडेंट बने थे तब के वक्त में आइएमए के सुरुवती जत्थे को पायनियर बैच का नाम दिया गया था । इसी जत्थे में से फील्ड मार्शल सैम मानेक शा ओर म्यांमार के सेनाध्यक्ष रहे स्मिथ डन के साथ पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष मोहम्मद मूसा पास आउट हुए थे।अब हर साल जून और दिसम्बर के दूसरे शनिवार को अकादमी की पासिंग आउट परेड होती है।जिसको करके युवा कैडेट देश की रक्षा के लिए सैन्य अफ़सर बन जाते हैं।गौरतलब है कि इस बार की परेड में 347 भारतीय और 80 विदेशी कैडेट प्रतिभाग कर रहे हैं।

वीडियों देखेंः

अजस्र पीयूष

Related posts

फतेहपुर में गो तस्‍करों से मुठभेड़, तमंचे सहित तीन शातिर गिरफ्तार

Shailendra Singh

पोस्टर बवाल: फर्जी है अखिलेश और मायावती के साथ का पोस्टर- बसपा

Pradeep sharma

Mukhtar Ansari: गाजीपुर कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में आरोपी मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा सुनाई

Rahul