देहरादून। उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने मंगलवार को विवादित बयान देते हुए कहा था कि खेल जगत से जुड़े कई लोगों ने महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण किया है, जिसके चलते महिला खिलाड़ियों का जीवन खराब हो गया है। इसको लेकर उन्होंने कहा था कि उनके पास सबूत मौजूद है और वो किसी को भी नहीं छोडेंगे। अपनी इसी बात को एक बार फिर उन्होंने दोहराया है। इस बार उन्होंने पूर्व की सरकार पर खिलाड़ियों के यौन शोषण का आरोप लगाते हुए इस मामले को फिर से हवा दे दी है। पांडेय ने कहा कि मेरा 10 महीने का कार्याकल देख लो आप लोगों को एक भी गलत आरोप मुझ पर लगाने को नहीं मिलेगा, लेकिन पिछले 17 सालों के दौरान आई सरकारों के खिलाफ मेरे पास सबूत है, जिसे मैं जल्द ही सबके सामने पेश करूंगा।
गौरतलब है कि मंत्री का ये बयान सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुआ था, जिसके चलते उनका ये बयान सीधे तौर पर सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र रावत तक भी पहुंच गया था। सीएम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर किसी महिला खिलाड़ी का यौन शोषण हुआ है तो वो सामने आए। इस संबंध में सरकार कार्रवाई करेगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि इस मामले में हम खेल मंत्री से बात करेंगे। बता दें कि बीजेपी के कार्यक्रम में शिरकत करने आए त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने ये सवाल उठाया गया था। सीएम ने इसका उत्तर देते हुए पीड़िता को सामने आने को कहा था और साथ ही ऐसी स्थिति में उचित कार्रवाई करने को कहा था।
आपको बता दें कि विवादास्पद बयान देने के बाद से सुर्खियों में रहने वाले अरविंद पांडेय ने हाल ही में मीडिया से बात करते हुए दावा किया था कि खेल के चलते कुछ लोग महिला खिलाडियों का योन शौषण कर रहे हैं। वहीं अरविंद पांडेय का कहना था कि उनके पास ऐसी जानकारी है जिससे ये साबित हो जाएगा कि खिलाड़ियों का रेप तक हुआ है। उन्होंने दावा किया कि इसके उनके पास जबूत भी हैं। ऐसे में वो उन लोगों के खिलाफ धारा 376 आईपीसी के तहत एफआईआर तक दर्ज कराने से नहीं हिचकेंगे। वीडियो में वो खेल मंत्री से खेल संघों तके उन पदाधिकरियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो समय आने पर इसका खुलासा करेंगे।