मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वैज्ञानिकों का अभिनंदन किया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए लंबे समय से कोविड-19 स्वदेशी वैक्सीन का इंतजार अब खत्म हो चुका है. कोरोना वैक्सीन विशेषज्ञ समिति की संस्तुति पर ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ और सीरम इंस्टीट्यूट की ‘कोविशील्ड’ को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है. संपूर्ण देशवासियों के लिए गर्व की बात ये है कि ये दोनों ही वैक्सीन भारत में ही बनी हैं.
सीएम ने अपने फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल पर पोस्ट कर बधाई दी.
हमारे वैज्ञानिकों द्वारा अर्जित की गई ये उपलब्धि माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के #AatmaNirbharBharat के सपने को धरातल पर उतारने में एक मील का पत्थर साबित होगी। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इस निर्णायक मोड़ पर मैं सभी कोरोना वारियर्स का हार्दिक आभार व्यक्त कर्ता हूँ।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 3, 2021
DCGI (Drug Controller General of India) द्वारा देश में निर्मित दोनों vaccine को मंज़ूरी दिया जाना प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में भारत की निरंतर प्रगति का एक परिचायक है।यह घोषणा देश एवं समस्त देशवासियों के लिए गौरव का क्षण है। सभी वैज्ञानिकों का पुनः आभार।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 3, 2021
संपूर्ण देशवासियों के लिए गर्व की बात है कि ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया (DCGI) ने जिन दो कोविड-19 वैक्सीन –@BharatBiotech की ‘कोवैक्सीन’ और @SerumInstIndia की ‘कोविशील्ड’ – को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है, वो दोनों ही भारत में बनी हैं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 3, 2021
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने बड़ा एलान किया है. डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. ऐसे में एक साथ दो टीकों को मंजूरी देने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. जानकारी के मुताबिक, इस अभियान में 30 मिलियन लोगों को पहले चरण में COVID-19 वैक्सीन लगेगी.