Uttarakhand: आज बाबा केदारनाथ धाम में पौराणिक परंपरा अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तीर्थ पुरोहितों द्वारा भगवान श्री केदारेश्वर जी का छत्र उतारा गया। इसी के साथ बाबा के कपाट बंद करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई।
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आपको बता दें कि भैयादूज पर्व पर 27 अक्टूबर को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर मंदिर के कपाट को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बंद कर दिया जाएगा, , जिसको लेकर भी बद्री-केदार मंदिर समिति तैयारियों में जुटी हुई है।
28 अक्तूबर को डोली गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी। 29 अक्तूबर को केदारनाथ की डोली पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी। यहां परम्परा के अनुसार डोली को मंदिर में विराजमान होगी। इसी दिन से ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ की शीतकालीन पूजाएं होंगी।