निर्मल उप्रेती (अल्मोड़ा)
चाइना की गुलामी से तिब्बत को आजाद कराने के लिये तिब्बती सोसिलिस्ट सामजिक कार्यकर्ता व लोगों ने अब भारत के हिमालय राज्यो में यात्रा शुरू कर दी है। भारत के लदाख से हिमांचल होते हुये ये लोग उत्तराखंड सीमावर्ती क्षेत्र धारचूला जाएंगे। जिनका मकसद है कि चाइना की कुरीतियों के बारे में सीमावर्ती ग्रामीणों को अलर्ट करना है।
अल्मोड़ा पहुंचे तिब्बती तेनजिन जो सामाजिक कार्यकर्ता व लेखक हैं जो तिब्बत की आजादी के लिये कई वर्षों से लड़ाई लड़ रहे हैं उनका कहना है कि आज चाइना जिस प्रकार अपनी कुरीति से नुकसान पहुंचा रहा है उसके लिये वो भारत के हिमालय राज्यो के सीमाओं में जाकर वहां के लोगो को इसके बारे में सजग करेंगे।उनका कहना है कि आज चाइना के कारण तिब्बत और भारत के जो व्यापारिक व सामाजिक दूरी हो गयी हैं उसको फिर से सुचारू करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इससे तिब्बत को ही नहीं भारत को भी एक बड़ा फायदा मिलेगा। जिसके लिए वो भारत चाइना के सीमा से लगे हर गाँव जाकर उनको जागरूक कर रहे हैं।