Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में पुलों का सेफ्टी ऑडिट कराया है। ऑडिट में उत्तराखंड की सड़कों पर बने तीन दर्जन पुल आवागमन के लिए असुरक्षित पाए गए हैं। इसके बाद लोक निर्माण विभाग इन पुलों पर वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने जा रहा है।
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उत्तराखंड सरकार ने कुल 3262 पुलों की जांच के दिए निर्देश
उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में मौजूद कुल 3262 पुलों की जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग की ओर से राज्य के 13 जिलों में स्थित पुलों का मुख्य अभियंताओं के स्तर पर सेफ्टी ऑडिट कराया गया। अब तक 2518 पुलों की जांच की जा चुकी है। विभाग ने इन पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में 36 पुलों को आवागमन के लिए खतरनाक बताया गया है।
इन जगहों पर पाए गए असुरक्षित पुल
रिपोर्ट के मुताबिक, पौड़ी जिले में सर्वाधिक 16 पुल असुरक्षित पाए गए हैं। इसके बाद टिहरी में 8, यूएस नगर में पांच, हरिद्वार में तीन, रूद्रप्रायग, पिथौड़ागढ़, चमोली और राजधानी देहरादून में एक – एक पुल यातायात के दृष्टिकोण से खतरनाक पाए गए हैं।
असुरक्षित घोषित पुलों का फिर से होगा निर्माण: प्रमुख सचिव
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने तत्काल रिपोर्ट में असुरक्षित बताए गए पुलों पर यातायात रोकने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि राज्य में जितने भी पुल असुरक्षित घोषित किए गए हैं। उनका फिर से निर्माण होगा। प्रदेश सरकार इन क्षतिग्रस्त एवं खतरनाक पुलों को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मदद से पुनः तैयार करेगी।