मातृशक्ति के सिर से घास का बोझ हटाना बहुत बड़ा सुधार: भट्ट
देहरादून: उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा शुरू की जाने वाली घस्यारी कल्याण योजना को महिलाओं के लिए लाभकारी व सबसे बड़ा सुधार बताया है। रमेश भट्ट ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि घस्यारी योजना न सिर्फ मातृशक्ति के सिर से घास का बोझ हटाने में कामयाब होगी बल्कि इससे जंगल जाते वक्त महिलाओं के साथ होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। इस तरह से ये योजना महिला सुरक्षा की दृष्टि से भी अहम साबित होगी।
घस्यारी योजना प्रदेश की महिलाओं के लिए लाभकारी
सीएम के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट बताते हैं कि बचपन में जब उनकी माँ घास लकड़ी के लिए जंगल जाती थी तो पूरा परिवार उनके घर आने की राह देखता रहता था। हमारे प्रदेश में पहाड़ों में जाने के क्रम में अक्सर हमारी माता बहनों के साथ हादसे हो जाते हैं। जिसमें उनको गंभीर चोटें आ जाती हैं तो कभी जंगली जानवरों के हमले से जनहानि भी हो जाती है। लेकिन इस अमूल्य घस्यारी योजना की मदद से इस समस्या से बहुत हद तक सुधार देखने को मिलेगा।
घस्यारी महिला सशक्तीकरण को देगा मजबूती
आगे रमेश भट्ट बताते हैं कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गैरसैंण की पावन धरती से प्रदेश की मातृ शक्ति को घस्यारी कल्याण योजना के जरिए ये भरोसा दिया है कि उनकी सुरक्षा व पशुओं के चारे की व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। इस तरह अब किसी बेटे को माँ के जंगल से लौटने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
उचित दर पर मिक्स चारा होगा उपलब्ध
इतना ही नहीं घस्यारी योजना के तहत सरकार उचित दरों पर महिलाओं के घर तक मिक्स चारा उपलब्ध करवाएगी, जिससे महिलाओं को घास के लिए जंगल नहीं जाना पड़ेगा। जो वक्त घास लाने में लगता था, महिलाएं उस वक्त का सदुपयोग अपनी आय बढ़ाने के अन्य कार्यों में लगा सकती हैं। इस तरह घस्यारी कल्याण योजना महिला सुरक्षा के साथ साथ महिला सशक्तीकरण की भी राह खोलेगी