उत्तर प्रदेश के विधायकों को अब सरकार की तरफ़ से टैबलेट दिया जाएगा । जिसके साथ प्रदेश में सरकारी कार्यप्रणाली को पेपर लेस होने पर ज़ोर दिया जाएगा। इसको लेकर तमाम तरह की तैयारियाँ हर स्तर पर शुरू कर दी गयी है। इसके साथ साथ विधायकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही जिसका पहला सत्र आज विधान सभा में शुरू भी हो गया है।
12 से 14 फरवरी तक दो सत्रों में होगी विधायकों की ट्रेनिंग
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से विधायकों को आईपैड टेबलेट दिया जाएगा| जिससे कि आने वाले दिनों में विधानसभा सत्र का आयोजन पेपरलेस हो जाएगा| इसको लेकर के आज से ट्रेनिंग भी विधायकों की शुरू कर दी गई है| इसमें दो सत्रों में आईपैड टेबलेट चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही| यह ट्रेनिंग आज से 14 फरवरी तक दो सत्रों में चलेगी| इसके लिए विधायकों के 6 ग्रुप बनाए गए हैं, हर ग्रुप को 3 घंटे की ट्रेनिंग दी जाएगी| सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे तक विधानसभा में दूसरी पाली में 2:30 बजे से 5:30 बजे तक ट्रेनिंग चलेगी| सभी विधायकों को एप्पल का आईपैड मुहैया कराया गया है| 13 फरवरी और 14 फरवरी को इसी समय दो पारियों में विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
विधायकों को प्रशिक्षण दें रहे एनआईसी एक्सपर्ट,जानें क्या है ट्रेनिंग में खास
विधायकों को प्रशिक्षण एनआईसी एक्सपर्ट दे रहे है। इस ट्रेनिंग के दौरान पेपरलेस कार्य प्रणाली का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 12 से 14 फरवरी तक प्रशिक्षण कार्यक्रम दो पालियों में चलेगा। जिसके बाद विधानसभा सभा की कार्यशैली में बड़े बदलाव आएंगे। जैसे कि विधायकों के क्षेत्र की समस्या को पेपरलेस पेश होगी, विधान सभा का सवाल भी अब पेपरलेस होगा,आनलाइन वर्कशाप, मीटिंग के बारे में जानकारी ये सब टैब पर उपलब्ध रहेगा। इसके साथ साथ डाटा शीट का संचालन भी सिखाया जा रहा है और ये सारी जानकारियां विधायकों को उनके टैबलेट पर ट्रेनिंग के दौरान दी जा रही है। विधायकों को शासन और सरकार से संवाद की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। जिससे जब विधानसभा का कार्य पेपरलेस फॉर्मेट पर आए तब विधायक व शासन के बीच कोई भी संवाद की कमी न रह जाए।