बाराबंकी। बीजेपी के विधायकों और सांसदों ने कसम खा ली है कि वो अपने विवादित बोल बोलने बंद नहीं करेंगे। इसी कड़ी में अब एक और सांसद ने अपने बोलों से नया बवाल खड़ा कर दिया है। बाराबंकी से बीजेपी सांंसद प्रिंयका सिंह रावत ने शहर के एसडीएम को धमकी दी है। उन्होंने एसडीएम को धमकी देते हुए कहा कि ज्यादा दो-चार किया तो शहर में जीना मुश्किल कर दूंगी। इसी के साथ उन्होंने ग्रामीणों को ये कहकर भड़काया कि वो एसडीएम से किसी भी प्रकार की अभद्र भाषा में बात कर सकते हैं।
दरअसल अवैध कब्जा हटाने गई जिला प्रशासन की टीम को सांसद ने लताड़ लगाते हुए खूब खरी-खोंटी सुना दी। ये कोई पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी मऊ के सांसद हरिनारायण राजभर ने भी योगी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। इसके अलावा वाराणसी में अवैध कब्जा हटाने गई प्रशासनिक टीम को बीजेपी नेताओं ने खरी खोटी सुना कर मौके से हटा दिया था। बताया जा रहा है कि बाराबंकी के सफदरगंज थाना क्षेत्र के चैला गांव में जिला प्रशासन की टीम कब्जा हटवाने गई थी, जिस पर बीजेपी के मंडल अध्यक्ष आलोक सिंह ने कब्जा किया हुआ था जोकि तलाब और सरकारी स्कूल की जमीन थी। इस दौरान टीम और गांववालों के बीच में कहा-सुनी हो गई, जिसके बाद एसडीएम अजय कुमार को बुलाया गया।
ये सब चल ही रहा था कि मौके पर जिले की सांसद प्रियंका रावत भी पहुंच गई। आरोप है कि वो पहुंचते ही एसडीएम पर आग बबूला हो गईं और नोंकझोंक करने लगी। बताया जा रहा है कि सांसद ने आईएएस अधिकारी के साथ भी अभद्र भाषा में बात की। सांसद बोली कि तुम्हारे जैसे कई एसडीएम हमारे घर में हैं। काम करना है तो ठीक से करो वर्ना कहीं ऐसी जगह फेंकवा दूंगी पता नहीं चलेगा। आरोप है कि सांसद प्रियंका रावत ने एसडीएम के लिए ग्रामीणों से से कहा कि खदेड़ दो जरा इसे, पकड़ो इसे मारो। ऐसी भाषा सुनकर एक आईएएस अधिकारी काफी तनाव में है।