हमेशा चर्चा में रहने वाला देश चीन एक बार फिर से चर्चा का केंद्र बना हुआ है। इस बार चीन ने अमेरिकी रक्षा प्रमुख जिम मैटिस के बयान पर सख्ती से विरोध किया है। चीन के जरिए की गई दक्षिणी चीन सागर के सैन्यीकरण पर अमेरिका का तरफ से आलोचना की गई थी। अमेरिका ने इस मुद्दे पर कई बार अपनी चिंता जाहिर की है की इस क्षेत्र में स्वंयनिर्मित द्विप का विकास क्षेत्र में नौवहन के लिए स्वतंत्रता के लिए एक बड़ा खतरा खड़ा कर सकता है।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार का प्रमुख रास्ता दक्षिणी चीन सागर है और इस सांगर में तेल और गैसों का काफी बड़ा भंडार है। चीन के चले गए दाव ने इस सागर को एक संघर्म संभावित क्षेत्र बना कर रख दिया है। मैटिस ने बताया था कि कई अहम तरीके से चीन की निर्माण दतिविधियों का दायरा बाकी देशों से काफी ज्यादा अलग है।
वही चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने अमेरिका की टिप्पणी को गलत करार दिया है। चीन ने इस बयान को गैर जिम्मेदार बयान बताया है। साथ ही चीन की तरफ से आरोप लगाया गया है कि बाहरी क्षेत्र के कुछ देश गलत बयानबाजी कर रहे हैं। चीन ने कहा कि कुछ देश अपने मंसूबे को लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं।