कानपुर। उन्नाव के शुक्लागंज में विकसित हो रही ट्रांसगंगा सिटी की बाधाएं खत्म होती दिख रही हैं। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी) ने अगले हफ्ते से 1500 किसानों को जमीन देने का फैसला किया। उनकी नाराजगी दूर करने के लिए यहां जल्द विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे सपा सरकार के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानपुर से सटे क्षेत्र उन्नाव में गंगा के किनारे ट्रांसगंगा सिटी के प्रॉजेक्ट की शुरुआत की थी। कानपुर से करीबी के कारण इस परियोजना को काफी अच्छा माना जा रहा था।
बता दें कि उस दौरान सरकार ने तेजी दिखाते हुए काफी तेजी से काम भी किया पर सरकार बदलने के साथ ही वहां पर काम ठप हो गया। इसके लिए 1500 किसानों से जमीन ली गई थी। अब तक यहां चार-पांच उद्यमियों को जमीन आवंटित की गई है। वर्तमान सरकार में काम ठप होने व वादे के मुताबिक किसानों को प्लाट न मिलने के चलते किसानों ने कई मांगों को लेकर कुछ महीने पहले जोरदार आंदोलन किया था। इसके साथ ही किसानों ने अधिग्रहित की गई अपनी जमीन पर हल चलाकर कब्जा भी करने का प्रयास किया था, जिसके बाद अब यूपीएसआईडीसी प्रशासन ने फैसला किया है कि किसानों को 60 से 2500 वर्ग मीटर के प्लॉट अगले छह महीने में आवंटित कर दिए जाएंगे। इसकी शुरुआत अगले हफ्ते से होगी।
वहीं यूपीएसआईडीसी के महाप्रबंधक रणवीर प्रसाद ने बताया कि महत्वपूर्ण ट्रांसगंगा सिटी परियोजना के विकास कार्य को तेजी लाने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है और किसानों की मांगों को भी इस पर ख्याल रखा जाएगा। जिस समय ट्रांसगंगा सिटी के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहण किया गया था। उस दौरान किसानों की कई शर्ते थी लेकिन सरकार बदलने के बाद वहां का विकास काम ठप हो गया जिससे किसान अपने को ठगा महसूस करते हुए आंदोलनरत हो गए।