लखनऊ: मानसून एक बार फिर उत्तर प्रदेश के लोगों के हित में नहीं दिखाई दे रहा है। इसी का परिणाम है कि कई जिलों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इसका असर फसलों पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है।
67 जिलों में सूखे के हालात
यूपी के कुल 75 जिलों में से 67 जिले ऐसे हैं, जहां स्थिति लगातार बिगड़ती दिखाई दे रही है। यहां सूखे जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। किसानों के चेहरे पर मायूसी साफ-साफ दिखाई दे रही है। अगर आने वाले दिनों में अच्छी वर्षा नहीं होती है तो फसलों के उत्पादन पर इसका असर देखने को मिलेगा।
महाराजगंज और बलिया दो ऐसे जिले हैं, जहां सामान्य से अधिक या सामान्य वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर, प्रयागराज, कन्नौज और जालौन में हल्की बारिश देखने को मिली है। जबकि इसके अलावा अन्य पूरे उत्तर प्रदेश में सूखे वाला माहौल बनता दिखाई दे रहा है।
मात्र 22 मिलीमीटर हुई बरसात
यूपी में जहां जुलाई के महीने में लगभग 117 मिलीमीटर बारिश हो जाती है, वहीं इस बार सिर्फ 22 मिलीमीटर वर्षा देखने को मिली है। इसीलिए स्थिति ज्यादा विकट बनती जा रही है। दिनभर तेज धूप फसलों को नुकसान पहुंचा रही है। ज्यादातर खेती प्राकृतिक वर्षा पर ही निर्भर है, ऐसे में अगर समय रहते बारिश नहीं हुई तो इसका असर उत्पादन और अन्य जन-जीवन पर भी पड़ेगा।